NEWS BY: Pulse24 News
हापुड़। जनपद हापुड़ की तीर्थनगरी गढ़मुक्तेश्वर ब्रजघाट इन दिनों विदेशी रंग-बिरंगे पक्षियों से गुलजार है। साइबेरियन पक्षी, जो हर साल ठंड के मौसम में गंगा के तट पर प्रवास के लिए आते हैं, इस बार भी हजारों किलोमीटर की उड़ान भरकर यहां पहुंचे हैं। इन पक्षियों का आगमन श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है।
साइबेरियन पक्षियों का गंगा तट पर आगमन
साइबेरियन पक्षी हर साल ठंड के मौसम में तीन से चार महीने के लिए गढ़मुक्तेश्वर के ब्रजघाट में आते हैं। यहां का ठंडा मौसम और गंगा का स्वच्छ जल उन्हें विशेष रूप से आकर्षित करता है। गंगा की तेज और स्वच्छ धारा इन विदेशी पक्षियों के लिए उपयुक्त ठहराव प्रदान करती है, जहां वे आराम से अपने प्रवास का समय बिताते हैं।
पक्षियों का स्वच्छ जल में खेलना
गंगा के स्वच्छ जल में विदेशी पक्षी अठखेलियाँ करते हुए नजर आते हैं। वे तेज धारा में कभी इधर तो कभी उधर उड़ान भरते हैं। इन रंग-बिरंगे पक्षियों के बीच स्वाभाविक खेल और आंनद का दृश्य स्थानीय श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर देता है। हालांकि, श्रद्धालुओं को देख ये पक्षी थोड़ा डरते हैं, लेकिन गंगा में प्रवाहित प्रसाद को अपनी भोजन सामग्री बनाते हुए पक्षी एक-एक दाने को खाने में व्यस्त रहते हैं।
स्थानीय और विदेशी पर्यटकों के लिए आकर्षण
गढ़मुक्तेश्वर के ब्रजघाट में विदेशी पक्षियों का आगमन न केवल स्थानीय निवासियों, बल्कि पर्यटकों के लिए भी एक प्रमुख आकर्षण बन चुका है। यहां के दृश्य अब तीर्थयात्रियों के साथ-साथ पक्षी प्रेमियों और फोटोग्राफरों को भी अपनी ओर खींचते हैं। इन रंग-बिरंगे पक्षियों का अद्भुत दृश्य गंगा तट पर श्रद्धालुओं को एक अलग अनुभव प्रदान करता है।