NEWS BY: Pulse24 News
कोटद्वार , उत्तराखंड – उत्तराखंड शासन, उच्च शिक्षा विभाग द्वारा दिनांक 27 मार्च 2025 को जारी शासनादेश तथा निदेशक, उच्च शिक्षा उत्तराखंड, हल्द्वानी द्वारा दिनांक 29 मार्च 2025 को निर्गत पत्र के माध्यम से राज्य के समस्त राजकीय महाविद्यालयों को निर्देशित किया गया कि छात्र-छात्राओं की 75 प्रतिशत न्यूनतम उपस्थिति अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाए तथा उपस्थिति को ‘जियो टेक’ मोबाइल एप के माध्यम से सेल्फी लेकर दर्ज किया जाए।
उक्त व्यवस्था के विरुद्ध दिनांक 4 अप्रैल 2025 को राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कोटद्वार (गढ़वाल) के प्राध्यापक संघ द्वारा एक आधिकारिक ज्ञापन प्राचार्य प्रो. डी.एस. नेगी के माध्यम से निदेशक, उच्च शिक्षा, उत्तराखंड, हल्द्वानी को प्रेषित किया गया। ज्ञापन में स्पष्ट किया गया कि ‘जियो टेक’ ऐप के माध्यम से सेल्फी लेकर उपस्थिति दर्ज कराने की प्रक्रिया व्यवहारिक नहीं है। क्यूंकी कक्षाओं में छात्र-छात्राओं के साथ शिक्षकों की सेल्फ़ी के दौरान छात्राओं द्वारा उनकी निजता एवं डाटा से छेड़छाड़ होने की आशंका होने पर सेल्फ़ी खीचने पर आपत्ति दर्ज की गई है, इससे कक्षा का अनुशासन एवं शिक्षण वातावरण प्रभावित हो रहा है।
प्राध्यापक संघ का सुझाव है कि इस व्यवस्था के स्थान पर बायोमैट्रिक उपस्थिति प्रणाली को लागू किया जाना अधिक सटीक, गरिमापूर्ण और व्यवहारिक विकल्प होगा। ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया है कि वर्तमान प्रणाली में व्यवहारिक कठिनाइयाँ हैं, जिन्हें अनदेखा नहीं किया जा सकता। प्राध्यापक संघ ने आशा व्यक्त की है कि छात्र-छात्राओं और शिक्षकों के हित को ध्यान में रखते हुए उच्च शिक्षा विभाग इस व्यवस्था की शीघ्र समीक्षा करेगा।