NewsBy-Pulse24 News Desk
राजस्थान- मांडलगढ़ ब्लॉक के जेतपुरा बांध से दो दर्जन से अधिक गांवों को फसल के लिए सिंचाई का पानी हर साल मिलता है, लेकिन यह पानी रलायता क्षेत्र के अंतिम छोर के किसानों को हर बार पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पाता है। जेतपुरा बांध से सिंचाई का पानी समय पर टेल तक पानी छोड़ दिया जाता है । लेकिन नहरों की सफाई समय पर नहीं होने से अंतिम छोर के किसानों को पानी के लिए जूझना पड़ता है।
रलायता, सोनियाणा, केसरपुरा आदि गांवों के किसानों ने बताया कि जल संसाधन विभाग के अनुबंध ठेकेदार की अनदेखी से समय पर नहरों की सफाई नहीं होती है। आठ नवंबर को जेतपुरा बांध से फसलों की सिंचाई के लिए पानी नहर में छोड़ा जाएगा, लेकिन अनुबंध ठेकेदार द्वारा कछुआ चाल से नहर की साफ सफाई की जा रही है। पर्याप्त श्रमिक एवं संसाधनों के अभाव में ठेकेदार धीरे-धीरे नहर की साफ सफाई की जा रही है, इसका प्रमुख कारण है कि जल संसाधन विभाग द्वारा अनुबंध ठेकेदार के साफ सफाई का जो टेंडर हुआ है 42 प्रतिशत बिलो राशि में टेंडर हुआ है। ऐसे में ठेकेदार नहर की साफ सफाई धीरे-धीरे अल्प संसाधनों से कर रहा है ।
नहरों में मिट्टी, कंक्रीट और झाड़ियां…
खेतों तक पानी समय पर नहीं पहुंच पाता है। नहरों में मिट्टी, कंक्रीट और झाडियां है। जिससे पानी टेल तक पहुंचने से पहले बह जाता है और पानी की बर्बादी होती है,23 फीट भराव क्षमता वाला जेतपुरा बांध प्रतिवर्ष बारिश में लबालब भर जाता है। जेतपुरा बांध सिंचाई के पानी की समय पर मॉनिटरिंग नहीं हो पाती है। किसानों को पर्याप्त पानी समय सारणी के अनुसार नहीं मिलता है और पानी गड्ढों में भर जाता है जिससे अंतिम छोर की किसानों को पानी का इंतजार रहता है।
ऐसे में अधिशाषी अभियन्ता जल संसाधन खण्ड द्वितीय भीलवाड़ा के अधिशाषी अभियन्ता सीएस कोली की अध्यक्षता में किसानों व जल उपलब्ध कराने के लिए जल वितरण समिति की बैठक 28 नवंबर को महुआ में बैठक आयोजित हुई। जिसमें नहर की समय पर साफ सफाई को लेकर किसानों ने प्रमुखता से अपनी मांग रखी थी। बांध से पानी छोड़ने के लिए मात्र तीन दिन बचे हैं, ऐसे में अब समय पर कैसे साफ सफाई होगी…? इसको लेकर किसानों को चिंता सता रही है। टेल तक के किसानों ने बताया कि समय रहते हुए प्रशासन एवं विभाग के अधिकारियों को इस ध्यान देना चाहिए। भीलवाड़ा से प्रदीप वैष्णव की रिपोर्ट ।