NEWS BY: Pulse24 News
उत्तरकाशी , उत्तराखंड – 20 एवं 21 दिसम्बर को उत्तरकाशी जनपद की इंस्पायर अवार्ड प्रतियोगिता पीएम श्री राआइका मातली में संपन्न हुई। प्रथम दिवस इस प्रतियोगिता का उद्घाटन आई टी बी पी 12 वीं बटालियन के कमांडेंट सचिन सिंह और उत्तरकाशी विद्यालयी शिक्षा विभाग के जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक शैलेन्द्र् अमोली और विकासखंड शिक्षा अधिकारी ओ पी बधानी ने मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया। कमांडेंट सचिन सिंह ने अपने वक्तव्यों में कहा की ये प्रतियोगिता अन्य प्रतियोगिताओं से अनूठी प्रतियोगिता है। जिसमेें एक तरफ बच्चे को अपनी प्रस्तुति के लिए आर्थिक रूप से सहायता मिल रही है वहीं दूसरी तरफ बच्चे को जापान जाने का मौका मिल रहा है। उन्होंने सभी बच्चों को और उनके मार्गदर्शक शिक्षकों को शुभकामनायें दी।
जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक शैलेन्द्र अमोली ने अपने वक्तव्य में कहा यह प्रतियोगिता छात्र छात्राओ में वैज्ञानिक सोच के साथ कार्य संपादन की प्रवृति पैदा करती है। आज दुनिया में विभीन्न क्षेत्रों में कई प्रकार के नवाचार हो रहे हैं। यह इंस्पायर अवार्ड कार्यक्रम का उद्देश्य तभी सिद्ध होगा जब हमारे बच्चे अपने आस पास दैनिक जीवन में आने वाली समस्याओं को स्वयम् दूर करे। इस कार्यक्रम के जिला समन्वयक डॉ राजेश जोशी एवं सह समन्वयक डॉ संजीव डोभाल ने बताया कि इस प्रतियोगिता में पूरे जनपद के विद्यालयों से कक्षा 6 से 10 तक के 108 बच्चों ने प्रतिभाग किया। इस प्रतियोगिता में सभी विद्यालयों ने बच्चों के 5 -5 आईडिया को पोर्टल पर पंजीकृत किया फिर नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन और विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी विभाग भारत सरकार द्वारा पूरे जनपद से प्राप्त आईडिया में से 10 प्रतिशत उत्कृष्ट विचारों को चुना जाता है और उन्हें अपने प्रोटोटाइप को बनाने के लिए दस दस हजार की धनराशि दी जाती है। प्रतियोगिता में निर्णयोंको के रूप में विजयलक्ष्मी रावत, प्रशांत जोशी व एन आई एफ से आई वैज्ञानिक संध्या तिवारी रही। द्वितीय दिवस को पुरुस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में खंड शिक्षा अधिकारी भटवाड़ी हर्षा रावत और स्थलीय संयोजक संदीप भट्ट उपस्थित रहे। 11 उत्कृष्ट प्रोटोटाइप को छांट कर उन बच्चों को और उनके मार्गदर्शक शिक्षकों को सम्मानित किया गया। इसी कार्यक्रम में 11 राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में चयनित छात्र आयुष की मार्गदर्शक शिक्षिका रोहिणी बिजल्वान को भी सम्मानित किया गया।
अपने वक्तव्य में हर्षा रावत ने कहा कि यह एक ऐसी प्रतियोगिता है जिसमें विज्ञान शिक्षक के साथ अन्य विषय के शिक्षक भी मार्गदर्शक बन सकते हैं क्यों कि नवाचार तो कही भी हो सकता है खेती में, पर्यावरण को लेकर, मौसम, घर में, किसी दिव्यांग कि समस्या को लेकर इस जैसे विभिन्न विषय हो सकते हैं जिसमे नवाचार किया जा सकता है। सफल पाने वाले छात्रों और उनके मार्गदर्शकों को बधाई और जो चयनित नही हुए वे देखे कि उनके आइडिया में जो कमी रह गई उसे दूर कर अगले वर्ष और जोश के साथ प्रतिभाग करें। विद्यालय के प्रधानाचार्य संदीप भट्ट ने सभी को बधाई दी। कार्यक्रम का सफल संचालन अजय नौटियाल ने किया। इस कार्यक्रम में डॉ अनिल नौटियाल, सैयद अली, सुमेरा प्रजापति, मनीष सेमवाल, हरीश बलूनी, मनोज टम्टा, विजयपाल राणा, मनोरमा नौटियाल ने विशेष सहयोग दिया।