News By:Pulse24 News Desk
डोडा, जम्मू-कश्मीर – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में एक ऐतिहासिक चुनावी रैली को संबोधित किया। यह पहली बार था कि किसी प्रधानमंत्री ने डोडा में जनसभा की। प्रधानमंत्री ने रैली में विपक्ष को निशाने पर लेते हुए जम्मू-कश्मीर में जारी विकास कार्यों और सुरक्षा स्थिति की उपलब्धियों का विवरण दिया।
रैली की मुख्य बातें
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में जम्मू-कश्मीर में पिछले दस वर्षों के दौरान सरकार की कोशिशों का उल्लेख करते हुए कहा कि इन प्रयासों के कारण ही राज्य में बदलाव आ रहा है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है और यह बदलाव केंद्र की सरकार की मेहनत और प्रतिबद्धता का परिणाम है।
मोदी ने जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राज्य को परिवारवाद ने खोखला कर दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि पुराने राजनीतिक दलों ने केवल अपने परिवारों की चिंता की, न कि जम्मू-कश्मीर की जनता की। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि इस बार का चुनाव “तीन खानदानों और जम्मू-कश्मीर के नौजवानों” के बीच लड़ाई है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इस चुनाव में युवा शक्ति के पक्ष में मतदान करें और बदलाव लाएं।
पीएम मोदी की भावनात्मक टिप्पणी
प्रधानमंत्री मोदी ने रैली में मौजूद लोगों की संख्या और उत्साह को देखकर अपने भावनात्मक विचार साझा किए। उन्होंने कहा, “आप सब यहां डोडा, किश्तवाड़ और रामबन के विभिन्न हिस्सों से पहुंचे हैं। यहां आने के लिए आपने घंटों का सफर किया है। इसके बावजूद आपके चेहरों पर थकान का नामोनिशान नहीं है और चारों तरफ जोश ही जोश है।”
मोदी ने जनता के प्यार और आशीर्वाद के लिए आभार प्रकट करते हुए कहा कि वह और उनकी सरकार मिलकर जम्मू-कश्मीर को सुरक्षित और समृद्ध बनाने के लिए दोगुनी मेहनत करेंगे।
विपक्ष पर तंज
प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि वे सिर्फ आलोचना करने में लगे हैं, जबकि उनकी सरकार वास्तविक बदलाव और विकास की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष के नेता जम्मू-कश्मीर के विकास में अवरोध पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं और केवल व्यक्तिगत लाभ के लिए राजनीति कर रहे हैं।
रैली की विशेषताएँ
इस रैली में भारी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए, जिन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के भाषण को उत्सुकता से सुना और उनकी नीतियों का समर्थन किया। रैली का आयोजन क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि यह आगामी चुनावों के लिए एक महत्वपूर्ण जनमत संग्रह हो सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का डोडा में दिया गया भाषण जम्मू-कश्मीर में विकास और सुरक्षा की दिशा में उनकी सरकार की प्रतिबद्धता को स्पष्ट करता है। यह रैली न केवल राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण थी, बल्कि यह भी दर्शाती है कि स्थानीय जनता और नेताओं के बीच बढ़ती लोकप्रियता और समर्थन का संकेत है।