जम्मू-कश्मीर:  डोडा और किश्तवाड़ में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा: सेना के शीर्ष अधिकारी का दौरा

जम्मू-कश्मीर: डोडा और किश्तवाड़ में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा: सेना के शीर्ष अधिकारी का दौरा

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जम्मू-कश्मीर के चिनाब घाटी में स्थित डोडा और किश्तवाड़ जिलों की सुरक्षा स्थिति को लेकर सेना के एक शीर्ष अधिकारी ने हाल ही में गहन समीक्षा की। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य आगामी 18 सितंबर को दक्षिण कश्मीर के जिलों के साथ इन क्षेत्रों में होने वाले पहले चरण के मतदान से पहले सुरक्षा तैयारियों का जायजा लेना था।

लेफ्टिनेंट जनरल नवीन सचदेवा का दौरा
जम्मू स्थित व्हाइट नाइट कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल नवीन सचदेवा ने शनिवार को डोडा और किश्तवाड़ जिलों में सुरक्षा स्थिति की विस्तृत समीक्षा की। चिनाब घाटी के इन जिलों में सुरक्षा बलों की सतर्कता को बढ़ाने और चुनावों के दौरान संभावित खतरे से निपटने की तैयारियों को पुख्ता करने के लिए यह दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति की संवेदनशीलता को देखते हुए सेना और अन्य सुरक्षा बलों के लिए चुनावी माहौल को शांतिपूर्ण बनाना एक बड़ी चुनौती है।

सुइगढ़ और पटनाजी सेक्टरों में सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा
डोडा और किश्तवाड़ जिलों के सुइगढ़ और पटनाजी सेक्टरों में सुरक्षा तैयारियों का जायजा लेते हुए लेफ्टिनेंट जनरल सचदेवा ने आतंकवाद विरोधी बल ‘डेल्टा’ के जीओसी के साथ विस्तृत चर्चा की। इस दौरान उन्होंने सैनिकों की ऑपरेशन के दौरान प्रदर्शित दृढ़ता और पेशेवर आचरण की सराहना की। यह समीक्षा आतंकवादियों की किसी भी संभावित गतिविधि का मुकाबला करने और क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए की गई थी। इन क्षेत्रों में आतंकवादी गतिविधियों का इतिहास रहा है, और इसलिए चुनावों के दौरान सुरक्षा बलों की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। सुइगढ़ और पटनाजी जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की तैनाती और उनकी ऑपरेशनल तैयारियों का आकलन करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल सचदेवा ने यह सुनिश्चित किया कि सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं। उन्होंने सुरक्षा बलों को निर्देश दिए कि किसी भी संभावित खतरे को पहले से भांप कर उस पर त्वरित और सटीक कार्रवाई की जाए।

कैलाश कुंड यात्रा का मूल्यांकन
सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के अलावा, लेफ्टिनेंट जनरल सचदेवा ने शुक्रवार को उधमपुर जिले के डुडु-बसंतगढ़ से शुरू हुई वार्षिक तीन दिवसीय कैलाश कुंड यात्रा का भी मूल्यांकन किया। यह यात्रा हर साल हजारों श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है, और इसके दौरान सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम करना जरूरी होता है। इस बार यात्रा के दौरान सुरक्षा बलों ने कड़ी सतर्कता बरती और हवाई निगरानी के साथ-साथ जमीनी सुरक्षा भी सुनिश्चित की। कैलाश कुंड यात्रा के दौरान संभावित खतरे से निपटने के लिए हवाई प्लेटफार्मों का उपयोग किया गया, जिससे यात्रा की सुरक्षा को और भी मजबूत बनाया गया। लेफ्टिनेंट जनरल सचदेवा ने यात्रा के दौरान सुरक्षा बलों की सतर्कता और कर्तव्यनिष्ठा की सराहना की, और उन्हें भविष्य में भी इसी प्रकार के अनुशासन और समर्पण के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित किया।

चुनावी माहौल में सुरक्षा बलों की भूमिका
डोडा और किश्तवाड़ जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में चुनाव के दौरान सुरक्षा बलों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है। इन क्षेत्रों में आतंकवादी गतिविधियों का खतरा हमेशा बना रहता है, और इसलिए चुनावों के दौरान शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखना एक बड़ी चुनौती है। सेना और अन्य सुरक्षा बलों के उच्च अधिकारियों की इस तरह की समीक्षा यात्राएं यह सुनिश्चित करती हैं कि चुनावी माहौल शांतिपूर्ण और सुरक्षित रहे। इस संदर्भ में, लेफ्टिनेंट जनरल सचदेवा का दौरा सुरक्षा बलों के मनोबल को बढ़ाने के साथ-साथ क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सुरक्षा बलों के लिए चुनौती केवल चुनावी प्रक्रिया के दौरान ही नहीं, बल्कि उससे पहले और बाद में भी रहती है। चुनावी प्रचार, मतदान और परिणामों की घोषणा के दौरान सभी प्रकार के संभावित खतरे का मुकाबला करने के लिए सुरक्षा बलों को हमेशा तैयार रहना पड़ता है।

सैनिकों की कर्तव्यनिष्ठा और अनुशासन की सराहना
सुइगढ़ और पटनाजी सेक्टरों में सुरक्षा बलों की ऑपरेशन के दौरान प्रदर्शित दृढ़ता और पेशेवर आचरण की प्रशंसा करते हुए, लेफ्टिनेंट जनरल सचदेवा ने सैनिकों की कर्तव्यनिष्ठा की सराहना की। उन्होंने कहा कि सेना के जवानों का अनुशासन और समर्पण ही उन्हें इन चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में सफल बनाता है। लेफ्टिनेंट जनरल सचदेवा ने सैनिकों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे इसी तरह अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते रहें और क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने में अपना योगदान देते रहें।

लेफ्टिनेंट जनरल नवीन सचदेवा का डोडा और किश्तवाड़ जिलों का दौरा इन संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की तैयारियों और सुरक्षा उपायों की समीक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण था। इस दौरे ने न केवल चुनावी माहौल को सुरक्षित और शांतिपूर्ण बनाए रखने में सुरक्षा बलों की भूमिका को मजबूती दी, बल्कि उनके मनोबल को भी बढ़ाया। सुरक्षा बलों के उच्च अधिकारियों की ऐसी सक्रियता और निगरानी से क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने में मदद मिलेगी, जो आने वाले चुनावी समय के लिए आवश्यक है।


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