पर्यावरण संरक्षण की दिशा मे अग्रसर चट्टी बरियातू और केरेडारी कोयला खनन परियोजनाएं

पर्यावरण संरक्षण की दिशा मे अग्रसर चट्टी बरियातू और केरेडारी कोयला खनन परियोजनाएं

Spread the love

केरेडारी/हजारीबाग
Pulse 24 News

NTPC माइनिंग लिमिटेड (NML) की चट्टी बरियातू और केरेडारी कोयला खनन परियोजनाएं पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट उदाहरण पेश कर रही हैं। ये परियोजनाएं सतत खनन प्रथाओं की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान करते हुए, एनटीपीसी के विभिन्न पॉवर प्लांट्स में कोयला आपूर्ति सुनिश्चित कर रही हैं। साथ ही, ठोस और प्रभावी पर्यावरण संरक्षण योजनाओं को लागू कर रही हैं, जो औद्योगिक गतिविधियों और पर्यावरणीय संतुलन के बीच एक आदर्श संतुलन स्थापित करती है। चट्टी बरियातू और केरेडारी परियोजनाओं ने वृक्षारोपण की प्रतिपूर्ति के लिए 581.345 हेक्टेयर भूमि पर वृक्षारोपण के लिए एड हॉक-CAMPA सी ए एम पी ए (प्रतिपूरक वनरोपण निधि प्रबंधन एवं योजना प्राधिकरण) खाते में 11.73 करोड़ रुपए जमा किए हैं। इसके अतिरिक्त, इन परियोजनाओं ने वन्यजीव संरक्षण के लिए 71.01 करोड़ रुपए की राशि ad-hoc ए डी – हॉर्स CAMPA सी ए एम पी ए खाते में जमा की है, जो जैव विविधता के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अब तक, इन परियोजनाओं ने लगभग 12,000 पेड़ लगाए हैं और वन विभाग को 1,00,000 पेड़ों के रोपण के लिए आवश्यक राशि प्रदान की है। यह वृक्षारोपण के कार्य परियोजना के द्वारा निरंतर करवाए जाते है। जल उपयोग और प्रदूषण नियंत्रण के लिए, परियोजनाओं ने वर्षा जल संचयन तालाबों का निर्माण किया है और मौजूदा तालाबों की गहराई बढ़ाई है। इसके साथ ही, भूजल के उपयोग को कम करने के लिए जलाशय तैयार किया गया है, जिसमें वर्षा का पानी एकत्रित होता है। डस्ट उत्सर्जन को नियंत्रित करने के लिए, नियमित रूप से पानी छिड़काव 12-30 किलो मीटर के 25 पानी के टैंकर्स द्वारा किया जा रहा है और वायु गुणवत्ता की निगरानी की जाती है। इसके अतिरिक्त खनन की साइट ऑफिसों में निरंतर वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली (CAAQMS) सी ए ए क्यू एम एस स्थापित की गई है। वायु प्रदूषण को कम करने एवं स्थायी कोयला परिवहन प्रणाली के लिए पाइप कन्वेयर सिस्टम निर्माणधीन है और जल्द ही पूरा होने के कगार पर है। कोयला परिवहन के लिए एक समर्पित सड़क का निर्माण भी किया गया है। NML पर्यावरणीय जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए कई पहल करता है। विश्व पृथ्वी दिवस पर वृक्षारोपण और पृथ्वी की रक्षा का शपथ, विश्व पर्यावरण दिवस पर पर्यावरणीय गतिविधियाँ, और ‘एक पेड़ माँ के नाम’ पहल के तहत माताओं के सम्मान में पेड़ लगाना इसके प्रमुख उदाहरण हैं। परियोजनाओं ने समाज के विकास और निवासियों की जीवन गुणवत्ता को सुधारने के लिए निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर, कौशल विकास, महिला सशक्तिकरण, खेल और शिक्षा कार्यक्रमों का आयोजन किया है। परियोजना द्वारा आस-पास के गांवों की जल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए मोबाइल जल टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जाती है। इन पहलुओं के माध्यम से, NML चट्टी बरियातू और केरेडारी परियोजनाएँ सतत विकास और पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी गहरी प्रतिबद्धता का प्रमाण प्रस्तुत करती हैं।

Ashok Banty Raj – 9835533100
ब्यूरो रिपोर्ट हजारीबाग


Spread the love

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *