NEWS BY: Pulse24 News
प्रयागराज में भगदड़ में मारे गए हुबली तालुक के नूलवी महादेवी हनुमंथप्पा बावनुर (संकणा गौदर) के पार्थिव शरीर का गुरुवार देर रात वीरशैव लिंगायत समुदाय के रीति-रिवाजों के अनुसार अंतिम संस्कार कर दिया गया।
शव को गुरुवार रात करीब 10:45 बजे एम्बुलेंस द्वारा बेलगाम से नूलवी गांव लाया गया। शव लाए जाने की खबर सुनकर नूलवी के ग्रामीण महादेवी के घर के सामने इकट्ठा हो गए। महादेवी के पिता हनुमंत गौड़ा, भाइयों बसवनगौड़ा और महादेवगौड़ा सहित रिश्तेदारों का आक्रोश चरम पर पहुंच गया था।
शव घर पहुंचते ही पूरा गांव आंसुओं में डूब गया। अपनी बेटी को खोने का गम पूरे घर में छा गया। मृतक महादेवी के पति हनुमंथप्पा और परिवार के सदस्य, जो शव के साथ पहुंचे थे, शोक में डूबे हुए थे।
चंद्रगौड़ा पाटिल और वीरनगौड़ा संकनगौड़ा ने प्रतिक्रिया दी और महादेवी का साथ साझा किया। महादेवी का विवाह बेलगाम में हुआ था और उन्हें अपने गृहनगर से बहुत लगाव था। वह शहर में होने वाले किसी भी धार्मिक समारोह में भाग लेते थे। उनके पति हनुमनथप्पा बेलगाम में होटल व्यवसाय में थे। वे अक्सर शहर आते-जाते रहते थे। उन्होंने प्रयागराज जाने की भी बात कही थी। लेकिन उन्होंने कहा कि भाग्य ने उन्हें हमसे छीन लिया और यह पूरे शहर के लिए एक अपूरणीय क्षति है।