News By:Pulse24 News Desk
बलरामपुर: सरगुजा संभाग के स्वास्थ्य सेवाएं संयुक्त संचालक, डॉ. अनिल मिश्रा, ने बलरामपुर जिले के कुसमी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया। इस दौरे में उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र में पाए गए अनेक कमियों और लापरवाहियों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। यह दौरा स्वास्थ्य विभाग की सुस्त कार्यप्रणाली के प्रति एक गंभीर चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है।
निरीक्षण के दौरान मिलीं कई खामियां
डॉ. अनिल मिश्रा ने जब कुसमी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया, तो उन्होंने कई गंभीर खामियों का सामना किया। वार्डों में साफ-सफाई की कमी, ओपीडी रजिस्टर में दिनांक का अभाव, और कुछ डॉक्टरों का नदारद होना जैसे मुद्दे उनकी नजर में आए। यह देखकर वे काफी भड़क गए और स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, “आप लोगों को जनहित में स्वास्थ्य सेवाएं देनी हैं या नहीं?”
सुधार की दिशा में सख्त निर्देश
डॉ. मिश्रा ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कुसमी क्षेत्र में जितनी भी कमी हो, उसके लिए तुरंत प्रस्ताव तैयार करें। उन्होंने कहा कि सभी आवश्यकताओं को उनके राइटिंग में भेजा जाए, ताकि त्वरित निराकरण किया जा सके। इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और विभाग के किसी भी अधिकारी को ऐसा व्यवहार सहन नहीं होगा।
नदारद डॉक्टरों की सख्त कार्रवाई
डॉ. मिश्रा ने मीडिया से बातचीत करते हुए स्पष्ट किया कि कुसमी स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों और कर्मचारियों की अनुपस्थिति को गंभीरता से लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि नदारद पाए गए सभी डॉक्टरों का वेतन तत्काल रोक दिया जाएगा। बीएमओ सतीश पैकरा को भी निर्देशित किया गया कि बिना उनकी अनुमति के किसी भी कर्मचारी का वेतन चालू न किया जाए। यह कदम विभाग में अनुशासन को बनाए रखने के लिए उठाया गया है।
स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकताएं
इस निरीक्षण के दौरान पत्रकारों ने डॉ. मिश्रा को अवगत कराया कि सामरी पाठ के उप स्वास्थ्य केंद्र में 108 एंबुलेंस की कमी है। इसके साथ ही पूरे कुसमी क्षेत्र में शव वाहन की भी कमी महसूस की जा रही है। पत्रकारों ने बताया कि स्थानीय निवासियों द्वारा पहले भी इन सुविधाओं की मांग की गई थी, लेकिन विभाग द्वारा इस पर अब तक कोई ठोस पहल नहीं की गई है।
भविष्य की योजनाएं
डॉ. अनिल मिश्रा ने इन मांगों पर गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारियों को इस क्षेत्र में बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध रहना चाहिए। उनकी प्राथमिकता कुसमी क्षेत्र के निवासियों को उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करना है।
यह निरीक्षण और डॉ. मिश्रा की सख्त टिप्पणी यह दर्शाती है कि स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली में सुधार की आवश्यकता है। इस प्रकार के औचक निरीक्षणों से न केवल अधिकारियों को जवाबदेह बनाया जा सकता है, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया जा सकता है कि जनहित में स्वास्थ्य सेवाएं सही तरीके से दी जा रही हैं। कुसमी क्षेत्र के निवासियों को उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं मिलनी चाहिए, और इसके लिए सभी संबंधित अधिकारियों को मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है।
इस तरह की पहल से स्वास्थ्य विभाग में अनुशासन और कार्यक्षमता को बढ़ाने की उम्मीद की जा रही है, ताकि आम जनता को बेहतर सेवाएं मिल सकें और उनकी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का समाधान हो सके।