NewsBy-Pulse24 News Desk
नालंदा: बिहार में आयोजित महिला एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2024 में कीट-पतंगों की समस्या के कारण मैचों का समय परिवर्तित किया गया है। यह बदलाव एशियन हॉकी फेडरेशन और हॉकी इंडिया के संयुक्त निर्णय के बाद लिया गया है, जिसका लक्ष्य खिलाड़ियों और दर्शकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। राजगीर स्टेडियम के आसपास के धान के खेतों से उत्पन्न होने वाली कीटों की समस्या ने आयोजकों के लिए एक चुनौती खड़ी कर दी थी, विशेष रूप से शाम के समय फ्लड लाइट्स की वजह से कीटों का आकर्षण बढ़ जाता है।
नई समय-सारणी का विवरण
पर्यावरणीय समस्या से निपटने के लिए नए समय-सारणी का निर्धारण किया गया है। अब मैचों का आयोजन निम्नलिखित समय पर होगा:
- पहला मैच: दोपहर 12:15 बजे (IST)
- दूसरा मैच: दोपहर 2:30 बजे (IST)
- तीसरा मैच: शाम 4:45 बजे (IST)
यह बदलाव पहले निर्धारित समय से काफ़ी भिन्न है, क्योंकि पहले मैचों का आयोजन शाम 3:00 बजे, 5:15 बजे और 7:30 बजे किया जाना था। अब इन मैचों का समय दिन के उजाले में किया गया है ताकि कीटों की समस्या को नियंत्रित किया जा सके।
समस्या का कारण और समाधान
राजगीर स्टेडियम के आसपास के धान के खेतों में कीटों की संख्या में भारी वृद्धि देखी गई है। कीटों के कारण खिलाड़ियों की सुरक्षा और मैच के संचालन में बाधाएं उत्पन्न हो रही थीं। बिहार सरकार ने इस समस्या से निपटने के लिए कई ठोस कदम उठाए हैं, जिनमें शामिल हैं:
- उन्नत ड्रोन तकनीक का उपयोग
- विस्तृत फ्यूमिगेशन प्रक्रिया द्वारा कीटों का नाश
- कीटों को नियंत्रित करने के लिए सात विभिन्न रसायनों का उपयोग, जिनमें सैफेनोथ्रिन, डेल्टामेथ्रिन और साईफ्लूथ्रिन जैसे कीटनाशक शामिल हैं
यह सभी उपायों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि टूर्नामेंट के दौरान कोई भी कीट-पतंगा खिलाड़ियों और दर्शकों के लिए परेशानी का कारण न बने।
विशेषज्ञों की राय
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष डॉ. दिलीप तिर्की ने कहा, “हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता खिलाड़ियों और दर्शकों की सुरक्षा है। राजगीर में पहली बार इतने बड़े स्तर पर हॉकी टूर्नामेंट का आयोजन हो रहा है, और हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि यह आयोजन सभी के लिए यादगार और सुरक्षित बने।”
महत्व और प्रभाव
यह टूर्नामेंट बिहार के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है, क्योंकि राज्य में पहली बार इस स्तर का हॉकी टूर्नामेंट आयोजित हो रहा है। राज्य सरकार और हॉकी इंडिया के सामूहिक प्रयासों से यह आयोजन भारतीय हॉकी के विकास में एक नया अध्याय जोड़ने की दिशा में है। इस परिवर्तन के माध्यम से, न केवल खिलाड़ियों के प्रदर्शन को सुनिश्चित किया जा रहा है, बल्कि यह टूर्नामेंट बिहार के लिए एक नई पहचान बनाने में भी मदद करेगा।
भविष्य के आयोजन के लिए सकारात्मक कदम
इस बदलाव से यह उम्मीद जताई जा रही है कि बिहार में होने वाले भविष्य के अंतरराष्ट्रीय हॉकी टूर्नामेंट्स के लिए भी एक मजबूत आधार तैयार होगा। टूर्नामेंट के सफल आयोजन से बिहार में हॉकी की लोकप्रियता बढ़ेगी और यहां पर होने वाले आगामी अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों को लेकर विश्वास का माहौल बनेगा।
इस बदलाव के साथ, टूर्नामेंट की गुणवत्ता में कोई समझौता नहीं किया गया है, और सभी संबंधित पक्ष यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि मैचों का आयोजन पूरी सुरक्षा के साथ किया जाए। इस प्रकार, बिहार महिला एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2024 एक महत्वपूर्ण और सफल आयोजन बनता जा रहा है, जो भारतीय हॉकी को एक नई दिशा में आगे बढ़ाने में सहायक होगा।