NEWS BY: Pulse24 News
दमोह , मध्य प्रदेश – आशिकी-2, एमएस धोनी द अनटोल्ड स्टोरी जैसी फिल्मों के गाने में अपनी आवाज दे चुकी पलक मुच्छल ने गीतों की ऐसी महफिल सजाई कि पूरा नोहलेश्वर महोत्सव उनके साथ गुनगुना रहा था, हम तेरे बिन कहीं रह नहीं सकते, तेरे बिना क्या वजूद मेरा…बस तुम ही मेरी जिंदगी। दमोह जिले के जबेरा विधानसभा अंतर्गत नोहटा में प्राचीन ऐतिहासिक कलचुरी कालीन शिव मंदिर नोहलेश्वर के प्रांगण में 19 फरवरी से 28 फरवरी तक संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेन्द्र सिंह लोधी द्वारा आयोजित नोहलेश्वर महोत्सव में पलक मुच्छल की म्यूजिकल नाइट का आयोजन किया। जिसमें महोत्सव के संयोजक सत्येंद्र सिंह, पूर्व विधायक प्रताप सिंह, शिरीष विवेक शेंडये विद्याभारती, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि गौरव पटेल, पूर्व विधायक सोना बाई, प्रांतीय सचिव वनवासी कल्याण आश्रम अर्जुन मरकाम, जिला पंचायत सदस्य रजनी ठाकुर, यादव महासभा अध्यक्ष परम यादव, धर्मेन्द्र कटारे, समाजसेवी मनोज देवलिया ने श्रीगणेश पूजन दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम में पलक मुच्छल ने फिल्म आशिकी टू के गाने तू ही ये मुझको बता दे, चाहूं मैं या न से शुरुआत की। इसके बाद एमएस धोनी फिल्म के गाने कौन तुझे यूं प्यार करेगा, प्रेम रतन धन पायो, सनम तेरी कसम, हरे राम हरे कृष्णा, दुनिया ना चले श्रीराम के बिना, शिव तांडव स्त्रोत जैसे गाने गाकर लोगों का आनंदित किया। पलक मुच्छल के भाई सिंगर पलाश मुच्छल ने भी अपने गाने से लोगों का मनोरंजन किया। पलक – पलाश, भाई बहन की जोड़ी ने अपने गीतों से सुरों का ऐसा जादू चलाया कि दर्शक पूरे समय थिरकते रहें। पलक मुछाल शो की आमदनी से गरीब बच्चों के हार्ट का ऑपरेशन कराएंगी।
शो के दौरान मंच से पलक मुच्छल ने बताया कि वे इस शो से होने वाली आमदनी को गरीब बच्चों की हार्ट सर्जरी में खर्च करेंगी। वे जहां भी शो करती हैं उस पैसे से बच्चों का इलाज कराती हैं। उन्होंने अबतक 3000 से अधिक बच्चों की सफल सर्जरी कराकर इतिहास रच दिया है। अभिनयना डांस अकादमी पुरी ओड़िशा के नृत्य कलाकारों ने शिव पंचाक, यह मंच पर ओड़िशा नर्तक के प्रवेश का प्रतीक है क्योंकि वह एक शुभ शुरुआत के लिए भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद लेता है। और शिव छिमाही यह नृत्य के देवता नटराज, देवताओं में सबसे महान भगवान शिव को एक नृत्य श्रृद्धांजलि है। यह संदेह और कठिनाइयों को दूर करने वाला और नष्ट करने वाला नृत्य है। ओड़िशा नृत्य को उपस्थित दर्शकों ने खूब सराहा।
महोत्सव संयोजक सत्येन्द्र सिंह ने बताया कि नोहलेश्वर महोत्सव में जहाँ एक ओर लोग हेलीकॉप्टर का आनंद उठाने के लिए उत्साहित है तो झूले में झूलने लोग बेताब रहते हैं। हेलीकॉप्टर में लोग अपने माता पिता को घुमा सपने पूरे कर रहे है तो कोई अपने बच्चों को घुमा उनके चेहरे पर आई मुस्कान से सुखों के सागर में डूब जाता है। इसी के साथ लोग जमकर महोत्सव में खरीददारी के साथ खानपान का आनंद ले रहे हैं।