राजस्थान-नर्सेज की विभिन्न मांगों को लेकर चिकित्सा मंत्री को ज्ञापन

राजस्थान-नर्सेज की विभिन्न मांगों को लेकर चिकित्सा मंत्री को ज्ञापन

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राजस्थान में नर्सिंग समुदाय की समस्याओं और उनकी मांगों के समाधान हेतु, राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने जिला अध्यक्ष विजेंद्र सिंह मेड़तिया के नेतृत्व में चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर को एक ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन जोधपुर के उम्मेद अस्पताल में चिकित्सा मंत्री के निरीक्षण के दौरान प्रस्तुत किया गया। इस ज्ञापन में नर्सिंग कैडर से जुड़े विभिन्न मुद्दों को उठाते हुए, उनके शीघ्र समाधान की मांग की गई।

नर्सेज की प्रमुख मांगें
नर्सिंग कैडर रिव्यू: नर्सिंग कैडर की समीक्षा के तहत नर्सेज की पदोन्नति और वेतनमान में सुधार की मांग की गई। नर्सेज एसोसिएशन का कहना है कि वर्तमान समय में नर्सिंग कैडर की संरचना में कई कमियां हैं, जिन्हें दूर करना आवश्यक है। इस मांग के तहत, नर्सिंग पदों की संरचना और उनके कार्यक्षेत्र का पुनर्मूल्यांकन करके, उन्हें अधिक सक्षम और संतुलित बनाने का आग्रह किया गया है।

  • नर्सिंग कैडर रिव्यू: नर्सिंग कैडर की समीक्षा के तहत नर्सेज की पदोन्नति और वेतनमान में सुधार की मांग की गई। नर्सेज एसोसिएशन का कहना है कि वर्तमान समय में नर्सिंग कैडर की संरचना में कई कमियां हैं, जिन्हें दूर करना आवश्यक है। इस मांग के तहत, नर्सिंग पदों की संरचना और उनके कार्यक्षेत्र का पुनर्मूल्यांकन करके, उन्हें अधिक सक्षम और संतुलित बनाने का आग्रह किया गया है।
  • समयबद्ध पदोन्नति: एसोसिएशन ने नर्सिंग स्टाफ के लिए समयबद्ध पदोन्नति की व्यवस्था को लागू करने की मांग की है। वर्तमान समय में, नर्सिंग स्टाफ को लंबे समय तक एक ही पद पर कार्य करने के बावजूद पदोन्नति नहीं मिल पाती है, जिससे उनके मनोबल में गिरावट आती है। एसोसिएशन का तर्क है कि इससे नर्सेज के कार्यकुशलता और कार्यप्रणाली पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
  • वेतन विसंगतियों का समाधान: नर्सेज की वेतन विसंगतियों को दूर करने की मांग भी इस ज्ञापन में की गई है। एसोसिएशन का दावा है कि नर्सेज को उनके कार्य के अनुसार उचित वेतन नहीं मिल पा रहा है, और कई बार उन्हें अपने पद और जिम्मेदारियों के अनुसार कम वेतन दिया जाता है। यह समस्या नर्सिंग स्टाफ के लिए गंभीर चिंता का विषय है और इसका त्वरित समाधान किया जाना चाहिए।
  • रिक्त पदों की भर्ती: राज्य के विभिन्न अस्पतालों में नर्सिंग के रिक्त पदों को भरने की मांग भी की गई है। एसोसिएशन का कहना है कि वर्तमान में अस्पतालों में नर्सिंग स्टाफ की कमी है, जिससे रोगियों को उचित सेवा प्रदान करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस कमी को दूर करने के लिए रिक्त पदों पर जल्द से जल्द भर्ती करने की आवश्यकता है।
  • स्थानांतरण पर रोक हटाना: एसोसिएशन ने बाहरी जिलों के नर्सेज के लिए स्थानांतरण पर लगी अघोषित रोक को हटाने की मांग की है। वर्तमान में, कई नर्सेज को उनके गृह जिलों से दूर सेवा करनी पड़ रही है, जिससे उन्हें व्यक्तिगत और पारिवारिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस मांग के तहत, उन्हें उनकी पसंद के स्थान पर स्थानांतरण करने की अनुमति देने की बात कही गई है।
  • आवास सुविधा का निर्माण: नर्सिंग स्टाफ के लिए आवास सुविधा का निर्माण भी एक प्रमुख मांग के रूप में उठाई गई है। एसोसिएशन ने कहा कि नर्सेज को काम के दौरान कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिनमें आवास की समस्या प्रमुख है। इसलिए, उनके लिए उचित आवास सुविधाओं का निर्माण किया जाना चाहिए।
  • मोडिफाइड एमएसीपी का लाभ: एसोसिएशन ने नर्सेज को मोडिफाइड एश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन (एमएसीपी) का लाभ देने की मांग की है। यह योजना नर्सेज के करियर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है, जिससे उन्हें उनकी सेवाओं के आधार पर उन्नति और लाभ मिल सके।

चिकित्सा मंत्री का आश्वासन
चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने नर्सेज एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल की मांगों को ध्यानपूर्वक सुना और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी सभी मांगों का उचित निराकरण किया जाएगा। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि वे अपने सदस्यों के साथ जयपुर आएं, जहां पर संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक करके इन समस्याओं का समाधान किया जाएगा। मंत्री ने नर्सेज की समस्याओं को गंभीरता से लिया और उन्हें यथाशीघ्र हल करने का वादा किया।

प्रतिनिधिमंडल के सदस्य
आज के ज्ञापन प्रस्तुतिकरण के दौरान प्रतिनिधिमंडल में राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष विजेंद्र सिंह मेड़तिया के साथ पीयूष ज्ञानी, नैना चौधरी, नर्सिंग परिहार, तेजा राम बामणीया, सुनील टाक, और सूर्या चौधरी जैसे प्रमुख सदस्य शामिल थे। इन सभी ने नर्सेज की समस्याओं और मांगों को प्रभावी ढंग से चिकित्सा मंत्री के सामने रखा।

आगे की रणनीति
एसोसिएशन ने स्पष्ट किया कि यदि उनकी मांगों का समयबद्ध समाधान नहीं किया गया तो वे अपने आंदोलन को तेज करेंगे। एसोसिएशन के सदस्यों ने कहा कि नर्सेज की समस्याओं का समाधान आवश्यक है, क्योंकि यह न केवल नर्सेज के हित में है, बल्कि राज्य के स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की गुणवत्ता में सुधार के लिए भी जरूरी है।


राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के इस ज्ञापन के माध्यम से नर्सिंग समुदाय ने अपनी समस्याओं और मांगों को प्रभावी ढंग से चिकित्सा मंत्री के सामने रखा है। चिकित्सा मंत्री द्वारा दिए गए आश्वासन के बाद नर्सिंग समुदाय को उम्मीद है कि उनकी मांगों का शीघ्र समाधान होगा और वे अपने कार्य में और भी अधिक समर्पण और उत्साह के साथ जुट सकेंगे। इस ज्ञापन ने यह भी दिखाया कि नर्सेज अपने अधिकारों और हितों के प्रति सजग हैं और उनकी समस्याओं का समाधान सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए।


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