NEWS BY: Pulse24 News
कोटद्वार , उत्तराखंड – संविधान निर्माता बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर जयंती संयुक्त समारोह समिति की ओर से संविधान निर्माता बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर की जयंती धूमधाम के साथ मनाई गई। इस दौरान मुख्य अतिथि महापौर शैलेंद्र रावत ने शहर में बाबा साहेब की भव्य प्रतिमा स्थापित करवाने की बात कही। कहा कि इसके लिए जल्द ही योजना तैयार की जाएगी।
सोमवार को प्रेक्षागृह में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ महापौर शैलेंद्र सिंह रावत ने किया। मुख्य वक्ता जगदीश चंद्र ने संविधान के महत्व के बारे में विस्तार से बताया। कहा कि भारत की व्यवस्थाएं संविधान से ही चलती हैं। संविधान लोगों के आधारभूत व्यवस्थाओं का आधार है। बाबा साहेब को सामाजिक क्रांति का अग्रदूत बताते हुए कहा कि संविधान का निर्माण करते समय बाबा साहेब ने समाज के कमजोर, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक सहित प्रत्येक व्यक्ति के लिए समाज में स्थान नियत किया है। कहा कि संविधान में आरक्षण प्राप्त करने का अधिकार केवल वंचित वर्ग को ही है। आर्थिक आधार कभी भी आरक्षण प्राप्त करने का आधार नहीं हो सकता है। महापौर शैलेंद्र सिंह रावत ने कहा कि डा. आंबेडकर बहुआयामी प्रतिभा के धनी व्यक्ति होने के साथ ही कुशल प्रशासक व महान चिंतक रहे। उन्होंने नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत डा. आंबेडकर की आदमकद मूर्ति लगाने का आश्वासन दिया। कहा कि नगर निगम की बोर्ड बैठक में इस आशय का प्रस्ताव लाया जाएगा। भाजपा जिलाध्यक्ष राजगौरव नौटियाल ने कहा कि बाबा साहेब के सपनों को धरातल पर उतारने का वक्त आ चुका है। उन्होंने बाबा साहेब के आदर्शों को आत्मसात करने के साथ ही उनके साहित्य को पढ़ने का आह्वान किया। कार्यक्रम संयोजक विकास आर्य ने तहसील परिसर में बाबा साहेब की आदमकद प्रतिमा स्थापित करने की मांग उठाई। सह संयोजक गीता सिंह ने डा. अंबेडकर की ओर से महिलाओं के हित में किए गए कार्यों का जिक्र किया। कहा कि डा. अंबेडकर ने महिलाओं को समानता का अधिकार दिया। इस मौके पर ओम प्रकाश कोटला, शूरबीर खेतवाल, गीता सिंह, आशीष प्रकाश, प्रमोद कुमार चौधरी, आशाराम, जगदीश राठी सहित कई अन्य मौजूद रहे।