NEWS BY: Pulse24 News
बागपत , उत्तर प्रदेश – जब वर्ष 2016 में इंटरमीडिएट कॉलेज सरूरपुर खेड़की में कक्षा आठ की क्लास में पहुंचने से पहले कई गांवों में साइकिल से अखबार बांटने वह नौजवान जाया करता था, तब शायद किसी ने उसकी इस उड़ान की कल्पना न की होगी। लेकिन आज अखबार बांटने से लेकर खबरों की हेडिंग बनने का अमन कुमार का सफर नवपीढ़ी के लिए जीवंत प्रेरणा समेटे हुए है। तकनीकी के अभिनव प्रयोग से विकसित भारत निर्माण के संकल्प को दोहरा रहे जिले के ट्यौढी गांव निवासी 22 वर्षीय युवा अमन कुमार को उत्तर प्रदेश सरकार के युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल विभाग द्वारा प्रदेश के सर्वोच्च युवा पुरस्कार, स्वामी विवेकानन्द यूथ अवार्ड हेतु चयनित किया गया है जो 11 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के पूर्व दिवस पर लखनऊ के लोकभवन में विशेष समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कर-कमलों से अमन कुमार को प्रदान किया जाएगा।
पुरस्कार हेतु चयनित युवाओं की सूची में श्रेष्ठता के क्रम में अमन कुमार का स्थान शीर्ष पर है। पुरस्कार में स्वामी विवेकानन्द की प्रतिमा, प्रशस्ति पत्र और पचास हजार रुपए का चेक प्रदान किया जाएगा। बागपत जिले के किसी युवा को पहली बार यह पुरस्कार मिलेगा जो जिले के इतिहास की बड़ी उपलब्धि है। शासन द्वारा निर्धारित विभिन्न आहर्ताओं को पूरा करने के उपरांत अमन कुमार ने अंतिम चयन सूची में स्थान बनाया। स्वामी विवेकानन्द यूथ अवार्ड, प्रदेश के उन चुनिंदा युवाओं को प्रदान किया जाता है जो सेवा क्षेत्र में उत्कृष्ट स्वैच्छिक योगदान देते है। वर्तमान में अमन, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय से समाज कार्य का अध्ययन कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त वह उड़ान यूथ क्लब के अध्यक्ष भी है जो नेहरू युवा केन्द्र, युवा कल्याण विभाग, विज्ञान प्रसार और पर्यटन मंत्रालय से संबद्ध एक युवा संगठन है। युवा होनहार की इस उपलब्धि से पूरे जनपद का सिर गर्व से ऊंचा उठा है।
अमन कुमार की उड़ान को दिशा देने वाली प्रेरणा स्वामी विवेकानन्द के विचारों से मिली। उनके साहित्य ने अमन को असीम मेहनत और अनवरत कार्य का मूलमंत्र दिया। अपने प्रयासों में, अमन को बागपत के कई गणमान्य व्यक्तियों और संस्थानों से समय-समय पर मार्गदर्शन मिला। नेहरू युवा केंद्र बागपत के उपनिदेशक अरुण तिवारी, वैज्ञानिक डॉ. रामकरण शर्मा, शिक्षाविद् डॉ. सत्यवीर सिंह, जिला सूचना अधिकारी राहुल भाटी, कैरियर कोच रोहित आर्या सहित अन्य व्यक्तियों ने मार्गदर्शक की भूमिका निभाई। स्कूल के शिक्षकों से लेकर इग्नू के प्रोफेसरों तक ने अपने अनुभव और ज्ञान से उनका हौसला बढ़ाया। वहीं, उनके परिवार ने उन्हें हर कदम पर सहयोग देकर मजबूती दी। इन सभी के सामूहिक योगदान का परिणाम आज अमन की इस अद्वितीय उपलब्धि के रूप में सामने आया है, जो न केवल उनके लिए बल्कि पूरे बागपत जिले के लिए गौरव का क्षण है।
अमन कुमार ने वर्ष 2021 में युवाओं को कौशल विकास एवं कैरियर अवसरों से जोड़ने हेतु प्रोजेक्ट कॉन्टेस्ट 360 शुरू कर देशभर के 84 लाख से अधिक युवाओं को शैक्षिक कार्यक्रमों एवं कैरियर अवसरों की जानकारी दी। वर्ष 2022 में कांवड़ियों की सुगमता हेतु जिला प्रशासन बागपत के साथ मिलकर कांवड़ यात्रा एप बनाया जिसको तीन लाख से अधिक लोगों ने प्रयोग किया और ई-गवर्नेंस का मॉडल बना। आईसीटीडी के मॉडल पर वर्ष 2023 में नगर निकाय निर्वाचन एप और वर्ष 2024 में स्वीप बागपत एप विकसित कर लाखों मतदाताओं को निर्वाचन आयोग की सेवाओं से जोड़ा जो ई गवर्नेंस का मॉडल बना।
स्थानीय स्तर पर ग्राम पंचायत फैज़पुर निनाना की वेबसाइट बनाकर डिजिटल पंचायत का दर्जा दिलाया। अमन की आईसीटी विशेषज्ञता के दृष्टिगत यूनिसेफ इंडिया ने नई दिल्ली स्थित मुख्यालय में आमंत्रित कर तकनीकी प्रोजेक्ट्स पर उनकी महत्वपूर्ण राय ली। लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2024 के दौरान स्वीप कोर कमेटी के युवा सदस्य बने और तकनीकी विशेषज्ञ के रूप में सोशल मीडिया सेल में महत्वपूर्ण योगदान दिया। वहीं जनपद बागपत में केंद्र एवं राज्य सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों में उत्कृष्ट स्वैच्छिक योगदान देकर विकसित भारत निर्माण में योगदान का संकल्प दोहराया और वर्तमान में भी अनवरत रूप से कार्य कर रहे है। प्रदेश सरकार उनके इसी सामाजिक सेवाभाव को सराहने जा रही है।
जून 2022 में अमन कुमार ने निजी कंपनी में सीईओ पद से इस्तीफा दिया और स्वयं को पूर्ण रूप से समाज कार्य से जोड़ लिया। उन्होंने नेहरू युवा केन्द्र बागपत, युवा कल्याण विभाग, पेटा इंडिया, यूनिसेफ इंडिया, यू रिपोर्ट इंडिया के कार्यों में सहभागिता दी। वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फिनलैंड के हंड्रेड संस्थान, यूनेस्को की ग्लोबल यूथ कम्युनिटी, यूएनएफसीसीसी के यांगो नेटवर्क, ग्लोबल यूथ बायो डायवर्सिटी नेटवर्क, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के नेचर पॉजिटिव यूनिवर्सिटीज कार्यक्रम से जुड़े है।
अमन कुमार के कार्यों के दृष्टिगत यूनिसेफ इंडिया ने उन्हें नेशनल यू एंबेसडर बनाया और इंडियाज मोस्ट वैल्यूएबल यू रिपोर्टर अवार्ड से भी सम्मानित किया। फिनलैंड के हंड्रेड संस्थान द्वारा एडवाइजरी बोर्ड का सदस्य बनाया गया। यूनेस्को के इन्क्लूसिव पॉलिसी लैब नेटवर्क के सदस्य बने। वहीं भारत सरकार द्वारा 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशेष युवा अतिथि के रूप में आमंत्रित किए गए। उनके कार्यों के लिए ऋषिहुड विश्वविद्यालय ने चेंजिंग चॉक्स अवार्ड, नन्हाज्ञान फाउंडेशन ने यंग ट्रांसफॉर्मर्स अवार्ड, एजुकलाउड्स ने एंपावर्ड अवार्ड, पृथ्वी अभ्युदय इंडिया ने शिक्षा रत्न सम्मान से अलंकृत किया।
अमन कुमार का लक्ष्य बागपत को डिजिटल बागपत बनाना है। वह ग्राम पंचायतों को आईसीटी एप्स के प्रयोग सिखाकर, उनकी वेबसाइट बनाकर उन्हें डिजिटल पंचायत का दर्जा दिलाना चाहते हैं। साथ ही, बागपत के इतिहास, विशेष घटनाओं, स्थानों और व्यक्तियों का संकलन कर उसे युवाओं के बीच प्रचारित करना उनका उद्देश्य है। उनका मानना है कि जब युवा अपनी जड़ों और इतिहास को जानेंगे, तो वे स्थानीय विकास में बढ़-चढ़कर भाग लेंगे और विकसित भारत के निर्माण में सहायक बनेंगे।