दूध के नाम पर बेचा जा रहा है सफेद जहर..!!

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सहारनपुर , उत्तर प्रदेश – शहरों व देहात क्षेत्रों में मिलावटी दूई की बिक्री जोरों पर है परंतु स्वास्थ्य विभाग इस मामले में चुप बैठा है! गर्मी हो या शर्दी हर मौसम में दूध की बढ़ी मांग के बाद शहरों व आस पास के इलाको में मिलावटी व नकली दूध की बिक्री ने जोर पकड़ लिया होता है! घरों में दूध की सप्लाई करने वाले दुधियो द्वारा पानी की मिलावट के अलावा बाजार में चाय की दुकानों पर सिंथेटिक दूध की सप्लाई हमेशा चर्चा में रहती हैं!दूधिया के द्वारा दूध के नाम पर लोगो को सफेद जहर परोसा जाता है! लेकिन सम्भन्धित विभाग या तो कुमकर्ण की नींद सोया हुआ हैं या सब कुछ जानकर अंजान बन कर अवैध उगाहीं में लगा हुआ है! तो वही मिलावटखोरी रोकने के लिए सरकार ने सख्त से सख्त कानून बनाया हुआ हैं लेकिन खबरें या शिकायत आने पर कुछ दिन अभियान चलाया जाता हैं लेकिन यह गैर कानूनी काम व मिलावटखोरी बन्द होती बल्कि यह कार्य और जोरो पर चलने लगा इससे यह साबित होता है कि कानून का सिकंजा मिलावट खोरो के शिकंजे से छोटा हैं!
जिससे उन लोगों के अंदर डर नाम की कोई चीज नही रह गयी हैं।इन अनगिनत दूधियाओं में कोई ऐसा दुधिया नहीं हैं जो कि प्योर शुद्ध दूध लाता हो संब एक से बढकर एक मिलावटी दूध की बिक्री करके जाते हैं! यहा तक कि प्रसाशनिक अधिकारी कर्मचारियो को भी यही दूधिया मिलावटी दूध देकर जाते हैं।यदि किसी ने कहा तो तुरन्त बिना किसी डर दबाव के वह कहते हैं कि पिछला हिसाब मेरा अभी कर दो और कल से किसी और से दूध से लेना ऐसी हालत में मिलावट खोरी के बिना दूध का मिलना मुश्किल होता है हालतों से मजबूरी में समझौता करना ही पड़ता है वहीं होटल व रेस्टोरेन्ट वालों को कोई भी नहीं पकडता है क्योंकि वह तो उनसे भी बड़े मिलावट खोर होते हैं। कभी कभी तो देखा गया कि रास्ते में पडने वाली नहरों व नलों में भी दुधिया लोग अपनी मोटरसाइकिल व साईकिल खड़ी करके पानी मिलाते देखे गये हैं। यानी दूध में पानी नहीं पानी में दूध मिलाकर ग्राहको का जमकर शोषण किया जा रहा हैं। सूत्रों की माने तो अधिकारी त्यौहार पर इधर उधर छापा मारकर वाह वाही लूटने का काम करते हैं जबकि असलियत में सभी मिलावट खोरो से बहुत कुछ बंधा होता है।।


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