NEWS BY: Pulse24 News
बरेली , उत्तर प्रदेश – प्राचीन गुरुकुल परम्परानुसार संचालित श्री टीबरीनाथ सांगवेद संस्कृत महाविद्यालय, नैनीताल मार्ग, बरेली के प्रांगण में आज ब्रह्मचारी-बटुको का सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार यज्ञ का शुभारम्भ आचार्य महेश चन्द्र शर्मा एवं वरिष्ठ छात्रों के कुशल निर्देशन में गणेशाम्बिका पूजन, मात-पूजा ,नान्दी-श्राद्व, नवग्रह पूजन , कलश स्थापन पंचांग पीठस्थ देवपूजन क्रमानुसार विधिवत् प्रारंभ हुआ I प्रधानाचार्य बंशीधर पाण्डेय ने बताया कि प्रतिवर्ष माघ शुक्ल पंचमी , बसंत पंचमी , पर्व पर गुरुकुल में प्राचीन वैदिक ऋषिकुल परम्परानुसार सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार यज्ञ एवं वार्षिकोत्सव- सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है I
ज्ञान की देवी सरस्वती की आराधना के इस पर्व पर नये प्रविष्ट छात्रों का(यज्ञोपवीत संस्कार) , ब्रहमचारी- वेश में वेदारम्भ की प्राचीन परिपाटी का निर्वहन बड़े हर्ष और उल्लास के साथ किया जाता है I ज्ञान का साकार रूप वेदों को कहा गया है I प्राचीन गुरुकुल पद्धति में वेदाध्ययन प्रत्येक छात्र हेतु आवश्यक था, फलत: उक्त यज्ञोपवीत संस्कार संपन्न कर ही ब्रहमचारी वेदाध्ययन का अधिकारी होता था, गुरुकुलो की प्राचीन दिव्य परम्परा का अनुपालन इस गुरुकुल में 42 वें वार्षिकोत्सव के रूप में किया जा रहा है I
3 फरवरी सोमवार को वसंत पंचमी पर्व एवं प्रात: काल से ही विधिवत् पूजन आरम्भ हो जायेगा, ब्रहमचारी- वेश बटुक गुरु से दीक्षामंन्त्र ग्रहण करेगा , तत्पश्चात लगभग 11:00 बजे बटुक ब्रहमचारी- वेश में दीक्षा प्राप्त करने हेतु परिसर में उपस्थित पारिवारिक जनों , जन समुदाय से याचना करेगा I यह सात्विकता ग्रहण करने, अहम् की निवृति का संकेत है I यह प्राचीन गुरुकुल परंपरा का साक्षात् मनोहारी एवं ह्रदयस्पर्शी द्रश्य होगा I भिक्षा प्राप्ति हेतु याचना( अहम् निवृति का भाव), संयम की वृत्ति का वरन एवं संचय की प्रवत्ति पर अंकुश का संकल्प होगा I हमारी वैदिक सनातन संस्कृति का उद्दात्त पक्ष रहा है कि मानव जीवन प्राप्त कर ज्ञान-मार्ग को महत्त्व प्रदान करते हुए , सांसारिक मर्यादायों का विवेकपूर्ण सम्यक पालन करते हुए, ज्ञान का प्रकाश फैलता रहे , ताकि अनादिकाल से काहली आ रही यह वैदिक सनातन परम्परा विश्व में मानव को मार्गदर्शन करती रहे I
कार्यक्रम में प्रबंध समिति के अध्यक्ष प्रेमशंकर अग्रवाल, मंत्री सुधीर गोयल, उपमंत्री विकास शर्मा, शशिकांत मोदी एवं अभिभावक गण उपस्थित रहे I विद्यालयीय व्यवस्थाओ में डॉ सुरेश चन्द्र शर्मा निधि सक्सेना , प्रशांत कुमार , ओमपाठक, अतुल शर्मा, संतोष शर्मा, राजीव अवस्थी, शिवबालक शर्मा , सुरेन्द्र , अरुण का योगदान रहा है I