News By:Pulse24 News Desk
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में भाजपा के साथ किसी भी प्रकार के गठबंधन से सख्ती से इनकार कर दिया और जोर देकर कहा कि विधानसभा चुनावों के बाद उनकी पार्टी के बिना सरकार का गठन असंभव होगा। अपने बयान में, उन्होंने स्पष्ट रूप से संकेत दिया कि पीडीपी अपने उद्देश्य के प्रति प्रतिबद्ध है, और किसी भी कीमत पर सत्ता के लिए समझौता नहीं करेगी। महबूबा ने नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) पर भी तीखा हमला बोला, यह आरोप लगाते हुए कि एनसी केवल सत्ता पाने के उद्देश्य से चुनाव लड़ रही है। उन्होंने पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, “वे 1947 से ऐसा कर रहे हैं। उनके पास इसके अलावा कोई और उद्देश्य नहीं है। वे सिर्फ सरकार बनाने, मंत्री पद पाने के लिए गठबंधन करते हैं।” यह टिप्पणी एनसी के नेतृत्व पर सीधा हमला था, जो अक्सर अपने हितों के लिए राजनीतिक अवसरवाद का आरोप झेलता रहा है।
पीडीपी का उद्देश्य और भाजपा से गठबंधन पर रुख
महबूबा मुफ्ती ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी चुनाव लड़ने का उद्देश्य केवल सत्ता हासिल करना नहीं, बल्कि एक विशेष एजेंडा को आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा, “हमने (2002 में) सिर्फ 16 विधायकों के साथ सरकार बनाई थी। भगवान की इच्छा से, इस बार भी पीडीपी के (शामिल हुए) बिना कोई सरकार नहीं बनेगी।” हालांकि, उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि पीडीपी का ध्यान सरकार बनाने की बजाय अपने एजेंडे को लागू करने पर है।
महबूबा ने अपने संबोधन में यह भी रेखांकित किया कि पीडीपी ने 2015 में भाजपा के साथ गठबंधन सरकार बनाई थी, लेकिन वह गठबंधन केवल कश्मीर मुद्दे के समाधान के उद्देश्य से किया गया था। “हमने भाजपा के साथ इसलिए हाथ मिलाया था क्योंकि हमें उम्मीद थी कि वे कश्मीर के मुद्दे को सुलझाने में मदद करेंगे। आज ऐसा लगता है कि इसकी कोई गुंजाइश नहीं है क्योंकि भाजपा ने उस दिशा में सभी प्रयासों को खत्म कर दिया है,” उन्होंने कहा। इस बयान से स्पष्ट है कि महबूबा भाजपा के वर्तमान नीतियों से असंतुष्ट हैं और इस कारण भविष्य में उनके साथ कोई गठबंधन करने का इरादा नहीं रखतीं।
नेशनल कॉन्फ्रेंस पर तीखा प्रहार
महबूबा मुफ्ती ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के खिलाफ अपनी टिप्पणी में कहा कि उनकी पार्टी ने जो कुछ भी किया है वह हमेशा खुले तौर पर किया है, जबकि एनसी गुप्त रूप से काम करती है। उन्होंने पूर्व एनसी नेता देवेंद्र सिंह राणा की उस टिप्पणी का जवाब दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि 2014 में एनसी भाजपा के साथ सरकार बनाना चाहती थी। महबूबा ने कहा, “जब हम राम माधव के माध्यम से भाजपा से नहीं, बल्कि केंद्र सरकार से बातचीत कर रहे थे, तो सभी जानते थे कि यह खुले तौर पर किया गया था। हमने एक एजेंडा लाया और इसे लागू किया। हमने इसे उमर (अब्दुल्ला) की तरह गुप्त रूप से नहीं किया।”
महबूबा का यह बयान नेशनल कॉन्फ्रेंस की विश्वसनीयता और उनकी राजनीतिक नैतिकता पर सवाल उठाता है। उन्होंने आगे कहा, “राणा अब कह रहे हैं, गुलाम नबी आज़ाद ने पहले कहा था कि वे (एनसी नेता) अंधेरे में दिल्ली में उनसे (बीजेपी) मिलते हैं। हम कोई भी काम गुप्त रूप से नहीं करते हैं।” इस टिप्पणी से महबूबा ने एनसी की राजनीतिक चालों को बेनक