News By:Pulse24 News Desk
उत्तर प्रदेश के कानपुर के बाद अब राजस्थान के अजमेर में ट्रेन को पटरी से उतारने की साजिश को विफल कर दिया गया है। दरअसल, राजस्थान में भी रेलवे ट्रैक पर एक वजनी सीमेंट ब्लॉक रखा गया था, ताकि ट्रेन को पटरी से उतारा जा सके। अजमेर में ट्रेन को पलटाने के लिए भारी सीमेंट ब्लॉक को पटरी पर रखा गया था। गनीमत यह रही कि ट्रेन का इंजन सीमेंट ब्लॉक को तोड़ते हुए आगे बढ़ गया। रेल चालक की सूचना पर आरपीएफ ने घटनास्थल पर पहुंचकर ट्रैक का निरीक्षण किया।
रेलवे ट्रैक पर दो स्थानों पर रखे थे सीमेंट ब्लॉक
अजमेर में सराधना और बांगड़ ग्राम स्टेशन के बीच 2 जगहों पर सीमेंट के एक क्विंटल वजनी ब्लॉक रखे हुए मिले। रेलवे ट्रैक पर एक किलोमीटर की दूरी में दो स्थानों पर सीमेंट ब्लॉक रखे गए थे। इस मामले में डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉर्पोरेशन (डीएफसीसी) के कर्मचारी रवि बुंदेला और विश्वजीत दास ने प्राथमिकी दर्ज करवाई है। एफआईआर के मुताबिक़, 8 सितंबर की रात 10:36 बजे सूचना मिली कि ट्रैक पर सीमेंट का ब्लॉक रखा हुआ है। मौके पर पहुंचने पर पाया गया कि वह टूटकर गिरा हुआ है।
एक किलोमीटर आगे दूसरा ब्लॉक भी साइड में टूटा हुआ मिला
एक किलोमीटर आगे एक और ब्लॉक टूटा हुआ साइड में पड़ा मिला। ये दोनों ब्लॉक अलग-अलग स्थानों पर रखे गए थे। इसके बाद डीएफसीसी और रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) ने मिलकर सराधना से बांगड़ ग्राम स्टेशन तक पेट्रोलिंग की। इस दौरान स्थिति सामान्य पाई गई। सीमेंट ब्लॉक से टकराने के कारण मालगाड़ी के इंजन को भी नुकसान पहुंचा है। मालगाड़ी के चालक ने असिस्टेंट प्रोजेक्ट मैनेजर हरि किशन मीणा को घटना के बारे में जानकारी दी। इस संबंध में रविवार की रात 10:36 बजे बांगड़ ग्राम स्टेशन अधीक्षक ने सूचना दी, जिसके बाद ट्रैक की जांच की गई।
कानपुर में भी की गई ट्रेन पटरी से उतारने थी साजिश
9 सितंबर 2024 को भी उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक बड़ी रेल दुर्घटना को टालते हुए रेलवे प्रशासन ने एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश किया है। शिवराजपुर – प्रयागराज से भिवानी की ओर जा रही कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन को क्षेत्र के मुडेरी गांव के पास संभावित खतरे से बचाया गया। ट्रेन के ड्राइवर ने रेलवे ट्रैक पर संदिग्ध वस्तुएं देखीं, जिनकी सूचना देकर संभावित दुर्घटना से बचाव किया।
संदिग्ध वस्तुओं की जानकारी
रविवार की सुबह, कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन क्रॉसिंग संख्या 43C पर 20 मिनट तक खड़ी रही। ट्रेन के ड्राइवर ने देखा कि रेलवे ट्रैक पर एक बड़ा एलपीजी सिलेंडर रखा हुआ था, जो ट्रेन से टकरा सकता था। इस खतरे की सूचना ड्राइवर ने तुरंत गुमटी में तैनात रेलवे कर्मचारी को दी और ट्रेन को खड़ी कर दिया। ड्राइवर ने कहा कि वह गाड़ी लेकर जा रहा है और विभाग को सूचित करने की जिम्मेदारी रेलवे कर्मचारी पर छोड़ दी।
सुरक्षा और भविष्य की योजना
रेलवे सुरक्षा बल और स्थानीय पुलिस ने तत्काल सुरक्षा उपायों को लागू किया और ट्रैक को साफ करने के लिए कार्रवाई की। इस घटना ने रेलवे सुरक्षा की गंभीरता को उजागर किया है और भविष्य में ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए नए सुरक्षा प्रोटोकॉल को लागू करने की आवश्यकता को दर्शाया है।
शिवराजपुर – प्रयागराज – भिवानी मार्ग पर ट्रेन सेवाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे प्रशासन और सुरक्षा बल सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। स्थानीय पुलिस और खुफिया एजेंसियां भी इस मामले की जांच में शामिल हैं, ताकि दोषियों को शीघ्रता से पकड़ा जा सके और भविष्य में इस तरह की साजिशों को विफल किया जा सके।
जिसके वजह से इन घटनाओं से क्षेत्र में चिंताएँ पैदा हो गई हैं……..