News By:Pulse24 News Desk
रायपुर, छत्तीसगढ़: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राष्ट्रीय वन शहीद दिवस के अवसर पर सोमवार को राजधानी रायपुर के राजीव स्मृति वन पहुंचकर वन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वन शहीद स्मारक का अनावरण करते हुए वन शहीदों के अदम्य साहस और उनके बलिदान को नमन किया। कार्यक्रम में वन मंत्री केदार कश्यप, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, विधायक पुरंदर मिश्रा और छत्तीसगढ़ वन बल प्रमुख व्ही श्रीनिवास राव समेत कई वरिष्ठ अधिकारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
वन शहीद दिवस की महत्ता
राष्ट्रीय वन शहीद दिवस हर साल उन वीरों की स्मृति में मनाया जाता है, जिन्होंने वन और वन्यजीवों की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। मुख्यमंत्री साय ने इस मौके पर कहा, “हम उन सभी वन शहीदों के प्रति आभार प्रकट करते हैं, जिन्होंने अपने जीवन को पर्यावरण, वन और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए बलिदान कर दिया। उनका यह बलिदान हमें प्रेरित करता है कि हम भी अपने प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करें और पर्यावरण को संतुलित बनाए रखने में अपना योगदान दें।”
स्मारक का अनावरण और मौन श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री साय ने कार्यक्रम के दौरान वन शहीद स्मारक का अनावरण किया, जो उन वन अधिकारियों और कर्मचारियों की याद में स्थापित किया गया है, जिन्होंने अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। इसके बाद, वहां उपस्थित सभी लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर वन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा, “वन विभाग के शहीद कर्मियों ने हमें यह सिखाया है कि प्रकृति और पर्यावरण की रक्षा करना हमारा सबसे महत्वपूर्ण कर्तव्य है। यह स्मारक उनकी अमर गाथाओं को सजीव रखेगा और हमें हमारी जिम्मेदारियों की याद दिलाएगा।”
वन शहीदों का सम्मान
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने वन शहीदों के परिवारों से भी मुलाकात की और उन्हें सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि सरकार वन विभाग के उन कर्मियों के परिवारों के साथ खड़ी है, जिन्होंने अपने जीवन को देश की प्राकृतिक धरोहरों की रक्षा के लिए न्यौछावर कर दिया। राज्य सरकार शहीदों के परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करेगी।
वन मंत्री का वक्तव्य
वन मंत्री केदार कश्यप ने इस अवसर पर कहा, “हमारे वन अधिकारी और कर्मचारी निरंतर वन और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए काम करते हैं। उनके बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। हमें उनके कार्यों से प्रेरणा लेनी चाहिए और वन एवं पर्यावरण की रक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए।”
राजस्व मंत्री और अन्य जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा और विधायक पुरंदर मिश्रा ने भी उपस्थित होकर वन शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने वन विभाग के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि राज्य की प्राकृतिक संपदा की रक्षा करना हमारे देश की समृद्धि का आधार है।
सतत पर्यावरण संरक्षण का संकल्प
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने और वन्यजीवों की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की। उन्होंने कहा, “वन शहीदों के बलिदान का सम्मान तभी होगा जब हम उनके द्वारा छोड़ी गई विरासत को सहेज कर रखेंगे और हमारे वनों एवं पर्यावरण की रक्षा करेंगे।”
इस मौके पर उपस्थित वन विभाग के अधिकारी, जनप्रतिनिधि और आम जनता ने भी पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी जिम्मेदारी का संकल्प लिया और वन शहीदों के अद्वितीय बलिदान को याद किया।
कार्यक्रम का समापन
कार्यक्रम के अंत में वन शहीदों की याद में पुष्पांजलि अर्पित की गई और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन हुआ। इस मौके पर स्थानीय स्कूली बच्चों और वन विभाग के अधिकारियों ने भी अपने विचार साझा किए। वन शहीद दिवस के इस विशेष आयोजन ने पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने और वन शहीदों के बलिदान को हमेशा याद रखने का संदेश दिया।