News By:Pulse24 News Desk
उत्तराखंड राज्य के जिला उधम सिंह नगर की तहसील खटीमा के ग्राम सड़ासड़िया की निवासी नेहा धामी ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे खटीमा क्षेत्र का नाम गर्व से ऊंचा किया है। लेफ्टिनेंट बनने के इस विशेष मौके पर उनके परिवार और गांववासियों ने भव्य स्वागत समारोह आयोजित किया, जिसमें खुशी की लहर छा गई।
परिवार और प्रेरणा:
लेफ्टिनेंट नेहा धामी के परिवार में उनके दादाजी देव सिंह धामी, पिता हीरा सिंह धामी, माता ममता धामी, बहन नीलम धामी और भाई सुधीर धामी शामिल हैं। उनके पिता, हीरा सिंह धामी, स्वयं भारतीय सेना में कार्यरत रहे हैं। उनके पिता का सेना में योगदान और प्रेरणा ने नेहा धामी के मन में भी सेना में शामिल होने की इच्छा जागृत की थी।
नेहा धामी ने अपने परिवार के समर्थन और अपने पिता की प्रेरणा को अपनी सफलता का प्रमुख कारण बताया। उनका कहना है कि, “मेरे पिताजी ने हमेशा मुझे प्रोत्साहित किया और मेरे परिवार के सभी सदस्यों का विशेष योगदान रहा है।”
स्वागत समारोह:
लेफ्टिनेंट नेहा धामी के ग्राम सड़ासड़िया में आने पर ग्रामवासियों और परिवार के सदस्यों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। स्वागत समारोह के दौरान फूलों की मालाओं से उनका स्वागत किया गया और गांव के लोगों ने खुशी के इस मौके पर नृत्य और गीत गाकर अपनी खुशी जाहिर की।
सफलता की कहानी:
नेहा धामी ने अपनी सफलता को अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति, समर्पण और कड़ी मेहनत का परिणाम बताया। उन्होंने यह साबित किया है कि देश की बेटियां भी ऊंचे मुकाम पर पहुंचकर देश की सेवा में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं।
नेहा धामी का कहना है, “मुझे गर्व है कि मैं अपने परिवार और गांव का नाम रोशन कर सकी। मेरी सफलता मेरे परिवार के समर्थन और मेरे प्रयासों का परिणाम है।”
लेफ्टिनेंट नेहा धामी की सफलता का संदेश साफ है कि कठिन परिश्रम और समर्पण से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। उनके उदाहरण ने यह सिद्ध कर दिया है कि महिलाओं की शक्ति और क्षमता को सही दिशा और समर्थन मिले तो वे किसी भी चुनौती का सामना कर सकती हैं और बड़े मुकाम हासिल कर सकती हैं।