News By:Pulse24 News Desk
चंपावत स्वाला में जिले की लाइफ लाइन माने जाने वाले टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) के पिछले तीन दिनों से बंद रहने से स्थानीय लोगों और भीम आर्मी कार्यकर्ताओं में आक्रोश व्याप्त हो गया है। शनिवार को एनएच के स्वाला के पास बड़ी संख्या में यात्री और भीम आर्मी के कार्यकर्ता सड़क खुलने का इंतजार करते रहे, लेकिन शाम चार बजे पुलिस ने यात्रियों को टनकपुर लौटने के लिए कह दिया, जिससे स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई।
प्रदर्शन की घटनाएँ:
- यात्री और भीम आर्मी कार्यकर्ताओं की स्थिति: शनिवार को एनएच में फंसे यात्रियों, जिनमें महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग और गरीब लोग शामिल थे, ने सड़क खुलने की उम्मीद में दिन भर इंतजार किया। यात्रियों को भूख और प्यास का सामना करना पड़ा, जिससे उनका गुस्सा और बढ़ गया।
- भीम आर्मी का विरोध: भीम आर्मी के नेता गोविंद बौद्ध के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने चंपावत प्रशासन और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। उन्होंने एनएच को तत्काल खोलने और फंसे हुए यात्रियों के लिए उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की।
- पुलिस और प्रशासन की भूमिका: जब पुलिस ने यात्रियों को शाम चार बजे के बाद टनकपुर लौटने को कहा, तो यह कदम विवादास्पद साबित हुआ। गोविंद बौद्ध ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने एनएच की मरम्मत और आवश्यक तेल की व्यवस्था तक नहीं की, जिससे स्थिति और बिगड़ गई।
भीम आर्मी का आरोप और चेतावनी:
- यात्री सुविधाओं की कमी: गोविंद बौद्ध ने कहा कि पिछले तीन दिनों से यात्री भूखे और प्यासे फंसे हुए हैं। प्रशासन द्वारा एनएच की मरम्मत की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया, और यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं की ओर भी अनदेखी की गई है।
- आंदोलन की चेतावनी: बौद्ध ने चेतावनी दी है कि यदि रात भर में एनएच नहीं खोला गया और यात्रियों के लिए ठहरने और खाने की व्यवस्था नहीं की गई, तो वह अगले दिन भीम आर्मी कार्यकर्ताओं और यात्रियों के साथ एनएच में धरने पर बैठ जाएंगे। उन्होंने चंपावत जिला प्रशासन को पूरी जिम्मेदारी लेने की चेतावनी दी है।
सामाजिक प्रभाव:
एनएच के बंद होने से यात्री परेशान नजर आए और उनके चेहरों पर चिंता साफ देखी जा सकती थी। भीम आर्मी के प्रदर्शन ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं और स्थानीय लोगों में असंतोष बढ़ा है। इस स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन को तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि यात्रियों को राहत मिल सके और सड़क यातायात सामान्य हो सके।
स्वाला में एनएच के बंद होने की स्थिति ने स्थानीय लोगों और भीम आर्मी कार्यकर्ताओं के बीच गंभीर तनाव उत्पन्न किया है। प्रशासन की ओर से तत्काल समाधान की आवश्यकता है, अन्यथा यह मुद्दा और अधिक गंभीर रूप ले सकता है। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता देने की जरूरत है ताकि इस प्रकार की समस्याओं से भविष्य में बचा जा सके।