News By:Pulse24 News Desk
अहमदाबाद, धोलका- धोलका शहर में अंग्रेजी और देशी शराब की खुलेआम बिक्री ने स्थानीय नागरिकों के बीच चिंता और आक्रोश पैदा कर दिया है। हाल ही में विभिन्न इलाकों में शराब के बुटलेगरों द्वारा पुलिस और कानून के डर के बिना अवैध शराब बेचने की जानकारी सामने आई है, जिससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर कई सवाल उठ रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, धोलका के सोनारकुई, बरकोठा, ब्राह्मण पीठ, ठाकोर वास और अलका टॉकीज रोड पर शराब की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है। सोशल मीडिया पर इस संदर्भ में एक वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें इन स्थानों पर खुलेआम शराब बिकते हुए देखा जा सकता है। इस दृश्य ने पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह समझ से परे है कि जिन शराब के अड्डों की जानकारी आम लोगों को होती है, उनकी जानकारी पुलिस को कैसे नहीं हो सकती। क्या पुलिस की रहम नजर से यह शराब बिक रही है, या फिर अवैध शराब के बुटलेगरों और पुलिस के बीच मिलीभगत का कोई मामला है? इस तरह के सवाल धोलका के नागरिकों के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं।
कुछ नागरिकों का मानना है कि अगर पुलिस की मिलीभगत नहीं होती, तो इस तरह का अवैध कारोबार इतनी आसानी से नहीं चल सकता। वे यह भी सवाल उठा रहे हैं कि उच्च अधिकारी इस मामले में क्या कार्रवाई करेंगे, क्योंकि ऐसा प्रतीत होता है कि वे केवल इस स्थिति को देखने में व्यस्त हैं।
इससे पहले भी धोलका में शराब की अवैध बिक्री के मामले सामने आए हैं, लेकिन इस बार स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि इसे नजरअंदाज करना संभव नहीं। नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि वह इस अवैध कारोबार के खिलाफ ठोस कार्रवाई करें और उन अधिकारियों की भी जिम्मेदारी तय करें जो इस स्थिति को नियंत्रित करने में असफल रहे हैं।
धोलका के नागरिकों का यह भी कहना है कि यदि पुलिस अपनी जिम्मेदारी निभाती है, तो शराब के अड्डे बंद हो सकते हैं और शहर में शांति और कानून का राज स्थापित हो सकता है। वे पुलिस से आग्रह कर रहे हैं कि अवैध शराब के कारोबार को समाप्त करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं और सभी अवैध गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।