News By:Pulse24 News Desk
जम्मू-कश्मीर-श्रीनगर में विधानसभा चुनावों के दूसरे चरण के मतदान से पहले राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने आज श्रीनगर की प्रसिद्ध डल झील पर एक शिकारा रैली का नेतृत्व किया, जिसका उद्देश्य मतदाताओं को आकर्षित करना था।
रैली का उद्देश्य
25 सितंबर को होने वाले दूसरे चरण के मतदान से पूर्व, यह रैली नेशनल कॉन्फ्रेंस द्वारा मतदाताओं को लुभाने की एक रणनीति थी। इस आयोजन में लगभग 200 नौकाओं ने भाग लिया, जो उत्सव का माहौल बना रहा। उमर अब्दुल्ला ने इस रैली में स्थानीय मुद्दों और विकास योजनाओं पर जोर दिया।
राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता
इस रैली में जेल में बंद सर्जन बरकती और इंजीनियर राशिद की अवामी इत्तेहाद पार्टी के नेता शेख आशिक भी शामिल हुए। उमर अब्दुल्ला ने दोनों को “भाजपा एजेंट” और संभावित वोट-स्प्लिटर करार दिया, यह दर्शाते हुए कि चुनावी परिदृश्य में प्रतिस्पर्धा कितनी तीव्र है।
मतदाताओं की भावनाएं
हालांकि उमर अब्दुल्ला की लोकप्रियता में कुछ कमी आई है, लेकिन उनके नेतृत्व में 2009 में केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना जैसे विकासात्मक पहलों का रिकॉर्ड उनके समर्थन को बढ़ा सकता है। दूसरी ओर, कुछ मतदाता अभी भी 2014 में अब्दुल्ला द्वारा गांदरबल छोड़ने के फैसले से नाराज हैं, जो उनके लिए एक संवेदनशील मुद्दा बना हुआ है।
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जम्मू-कश्मीर में चुनावी माहौल गर्म है, और विभिन्न राजनीतिक दल अपने-अपने तरीके से मतदाताओं को आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं। उमर अब्दुल्ला की शिकारा रैली ने यह साबित कर दिया है कि चुनावी लड़ाई में वे अभी भी सक्रिय हैं, जबकि मतदाता अपनी भावनाओं और विचारों के आधार पर चुनावी निर्णय लेने की तैयारी कर रहे हैं।