News By:Pulse24 News Desk
जम्मू: सोमवार को जम्मू में अंतिम डोगरा शासक महाराजा हरि सिंह की 129वीं जयंती उत्साह के साथ मनाई गई। इस अवसर पर विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक समूहों ने उनके योगदान को याद करते हुए सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किए। महाराजा हरि सिंह को एक महान समाज सुधारक के रूप में श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
युवा राजपूत सभा के नेतृत्व में हुए लंबे आंदोलन के परिणामस्वरूप, जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने 2022 में महाराजा हरि सिंह की जयंती को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया था। इस निर्णय ने उनकी विरासत और समाज में उनके योगदान को मान्यता दी है।
उपराज्यपाल और अन्य नेताओं की उपस्थिति:
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव तरूण चुघ ने भी इस अवसर पर महाराजा हरि सिंह को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, “महाराजा हरि सिंह ने समाज में महत्वपूर्ण सुधार किए और उनका योगदान सदैव याद रखा जाएगा।”
भव्य कार्यक्रम और रैली:
युवा राजपूत सभा और जम्मू के नागरिकों ने महाराजा हरि सिंह की जयंती भव्य तरीके से मनाई। सभा के सदस्यों ने ढोल नगाड़ों के साथ एक रैली निकाली, जो बन तालाब से तवी पुल तक गई, जहां महाराजा हरि सिंह की प्रतिमा स्थापित है। रैली में शामिल लोगों ने नारे लगाए और महाराजा के सम्मान में पुष्पांजलि अर्पित की।
समाज सुधारक के रूप में योगदान:
महाराजा हरि सिंह ने अपने शासनकाल में शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक सुधारों में कई कदम उठाए। उनके कार्यों ने जम्मू-कश्मीर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, और उनके प्रति यह श्रद्धांजलि उस समर्पण को दर्शाती है जो उन्होंने अपने राज्य के लिए किया।
इस जयंती के माध्यम से जम्मू के लोगों ने महाराजा हरि सिंह की विरासत को न केवल याद किया, बल्कि उनके विचारों और कार्यों को आगे बढ़ाने का संकल्प भी लिया। यह समारोह यह दर्शाता है कि कैसे लोग अपने इतिहास और संस्कृति के प्रति जागरूक हैं और अपने नायकों का सम्मान करते हैं।