News By:Pulse24 News Desk
हुबली: कर्नाटक में सीएम सिद्धारमैया के खिलाफ राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। उच्च न्यायालय द्वारा मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (MUDA) घोटाले में उनकी रिट याचिका खारिज किए जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सड़कों पर उतरकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन का आयोजन
राज्य विधानसभा के उपनेता प्रतिपक्ष अरविंद बेलाड और हुबली-धारवाड़ महानगर जिला भाजपा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने शहर के कारवार रोड पर एकत्रित होकर सीएम के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने तख्तियों और बैनरों के साथ प्रदर्शन किया, जिन पर “सिद्धारमैया का इस्तीफा दो” जैसे नारे लिखे हुए थे।
मांगें और आरोप
बीजेपी नेताओं ने कहा कि सिद्धारमैया को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए सीएम पद से तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि सीएम गरीबों की जमीनों का अवैध अधिग्रहण कर रहे हैं और ऐसे में उन्हें पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। अरविंद बेलाड ने कहा, “यह सिद्धारमैया के लिए सम्मान की बात नहीं है कि वह सीएम पद पर हैं और जांच तथा कानूनी कार्रवाई का सामना कर रहे हैं।”
राजनीतिक प्रतिक्रिया
इस विरोध प्रदर्शन के बाद कर्नाटक में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। बीजेपी का आरोप है कि सिद्धारमैया ने अपने कार्यकाल में जनता के साथ धोखा किया है और उन्हें अब इसका परिणाम भुगतना होगा। वहीं, कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी के विरोध को राजनीतिक स्वार्थ बताते हुए इसे चुनावी साजिश करार दिया है।
आगे की संभावनाएं
इस स्थिति को देखते हुए राजनीतिक जानकारों का मानना है कि कर्नाटक में आगामी विधानसभा चुनावों में यह मुद्दा महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। सीएम सिद्धारमैया के लिए यह चुनौती साबित हो सकती है, क्योंकि विरोध प्रदर्शन से उनकी छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
हुबली में बीजेपी का प्रदर्शन कर्नाटक की राजनीतिक स्थिति को और जटिल बनाता है। क्या सीएम सिद्धारमैया अपने पद पर बने रहेंगे या उन्हें इस्तीफा देना पड़ेगा, यह देखना महत्वपूर्ण होगा। राजनीतिक गतिविधियाँ जारी हैं और सभी की नज़र इस मामले पर बनी हुई है।