News By:Pulse24 News Desk
श्रीनगर- कश्मीरी राजनेता और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता इल्तिजा मुफ्ती ने रविवार को एक चुनावी रैली में समाचार एजेंसी एएनआई का माइक पकड़ने से इनकार कर दिया। उन्होंने इस दौरान कहा, “गोदी मीडिया को इजाजत नहीं,” जो उन मीडिया आउटलेट्स की आलोचना के लिए एक सामान्य चरण है, जो सत्तारूढ़ बीजेपी के पक्ष में पक्षपाती होते हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसमें इल्तिजा मुफ्ती एएनआई का माइक पकड़ने से स्पष्ट रूप से इनकार कर रही हैं। इस वीडियो ने उनके बयान को लेकर काफी ध्यान आकर्षित किया।
इल्तिजा की प्रतिक्रिया
इल्तिजा मुफ्ती ने इस घटना पर अपनी भावनाएँ साझा करते हुए एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “वैसे एएनआई का माइक पकड़ना मुझे अच्छा नहीं लगेगा।” उनका यह बयान उनके स्पष्ट रुख को दर्शाता है कि वह ऐसे मीडिया संस्थानों से दूर रहना चाहती हैं, जिन्हें वे पक्षपाती मानती हैं।
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एएनआई की संपादक की प्रतिक्रिया
इल्तिजा के इस बयान पर एएनआई की संपादक स्मिता प्रकाश ने भी उत्तर दिया। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में “Cheap” शब्द का उपयोग करते हुए इस स्थिति की आलोचना की, जो इस बात को दर्शाता है कि उन्होंने इल्तिजा के व्यवहार को उचित नहीं माना।
राजनीतिक पृष्ठभूमि
इस घटना के पीछे की राजनीतिक पृष्ठभूमि में कश्मीर में भाजपा और पीडीपी के बीच की प्रतिस्पर्धा और मीडिया की भूमिका पर बढ़ती बहस शामिल है। इल्तिजा मुफ्ती का यह कदम उनके राजनीतिक दृष्टिकोण को स्पष्ट करता है और दर्शाता है कि वे मीडिया की स्वतंत्रता और निष्पक्षता को लेकर कितनी गंभीर हैं।
इस मामले ने कश्मीरी राजनीति में एक नई बहस को जन्म दिया है, जिसमें मीडिया की विश्वसनीयता और उसके साथ राजनीतिक नेताओं के संबंधों पर चर्चा हो रही है।