News By:Pulse24 News Desk
दमोह, मध्य प्रदेश: तेंदूखेड़ा में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के सदस्यों ने आज पुलिस थाना प्रभारी को एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में 3 अक्टूबर से शुरू होने वाले शारदीय नवरात्र पर्व के दौरान माताओं और बहनों द्वारा आयोजित गरबा और डांडिया जैसे धार्मिक कार्यक्रमों में गैर-हिंदू समाज के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है।
प्रमुख मांगें
ज्ञापन में निम्नलिखित मुख्य बिंदुओं पर जोर दिया गया:
- गैर-हिंदू समाज का प्रवेश पर रोक: धार्मिक आयोजनों में गैर-हिंदू समाज के सदस्यों के प्रवेश पर सख्त पाबंदी लगाने की मांग की गई है।
- पहचान पत्र की है जरुरी: गरबा कार्यक्रम में भाग लेने के लिए सभी व्यक्तियों को पहचान पत्र और आधार कार्ड दिखाने की अनिवार्यता रखने का आग्रह किया गया है।
- अश्लीलता और फूहड़ता पर रोक: ज्ञापन में स्पष्ट रूप से कहा गया कि धार्मिक आयोजनों में अश्लीलता और फूहड़ता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस संदर्भ में नशा करने वाले असामाजिक तत्वों द्वारा उपद्रव मचाने पर कड़ी कार्रवाई की जाने की अपील की गई है।
बजरंग दल की सावधानी
बजरंग दल के सदस्यों का कहना है कि वे धार्मिक आयोजनों पर कड़ी नजर रखेंगे। यदि किसी भी प्रकार का अश्लीलता या फूहड़ता का प्रदर्शन किया जाता है, तो वे तुरंत प्रतिकार करेंगे और कार्यक्रम को बंद करवा देंगे।
सामंजस्य का निवेदन
बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने आपसी सामंजस्य बनाए रखने का भी निवेदन किया। उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर कोई भी अनुचित कार्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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यह ज्ञापन स्थानीय पुलिस प्रशासन के लिए एक संकेत है कि धार्मिक आयोजनों को लेकर समुदाय में जागरूकता और संवेदनशीलता बनाए रखी जाए। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद की मांगों को ध्यान में रखते हुए पुलिस को सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि नवरात्र पर्व शांति और सद्भावना के साथ मनाया जा सके।