News By:Pulse24 News Desk
कानपुर,उत्तरप्रदेश- कानपुर में एनपीएस/यूपीएस के खिलाफ जीआईसी मैदान से जिलाधिकारी कार्यालय तक आक्रोश मार्च निकाला गया। इस मार्च में शिक्षकों और विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग की। हाथों में पोस्टर और बैनर लिए ये कर्मचारी नारे लगाते हुए आगे बढ़े।
कर्मचारियों का कहना था कि एनपीएस की जगह लाए गए यूपीएस की पेंशन स्कीम और भी खतरनाक है, क्योंकि इसमें सरकार उनके अंशदान को जब्त करने के बाद पेंशन देने का वादा कर रही है, जो उन्हें अन्यायपूर्ण लगता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे अपने जीवन के महत्वपूर्ण 25 वर्षों की सेवा के बाद भी बुढ़ापे में असुरक्षित नहीं रहना चाहते।
मार्च में शामिल कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया, तो 15 दिसंबर को दिल्ली में होने वाले अटेवा/एनएमओपीएस के राष्ट्रीय अधिवेशन में आगे की रणनीति तय की जाएगी। इस प्रदर्शन में विभिन्न कर्मचारी संगठनों जैसे कि उ०प्र० राज्य कर मिनिस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन, डिप्लोमा फार्मासिस्ट संघ, पीडब्ल्यूडी नियमित वर्क चार्ज कर्मचारी संघ, राजकीय नर्सेज संघ, और अन्य ने समर्थन दिया, जिससे हजारों शिक्षक और कर्मचारी, साथ ही मातृशक्ति, इस मार्च में शामिल हुए।
कर्मचारियों ने एकजुटता दिखाते हुए यह भी कहा कि वे अपनी आवाज उठाते रहेंगे और पुरानी पेंशन की बहाली के लिए संघर्ष जारी रखेंगे।