News By:Pulse24 News Desk
देहरादून: गुरुवार को देहरादून गढ़ी कैंट में आयोजित एक समारोह में अशोक चक्र विजेता हवलदार बहादुर सिंह बोहरा को उनकी चौदहवीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुनील कोटनाला ने इस अवसर पर कहा कि हवलदार बोहरा का बलिदान देश के प्रति समर्पण का प्रतीक है और उनकी शहादत हमेशा याद रखी जाएगी।
अशोक चक्र विजेता हवलदार बहादुर सिंह बोहरा ने 25 सितंबर 2008 को जम्मू कश्मीर के चमर सर में ओपी रक्षक के दौरान अदम्य साहस का परिचय दिया। उन्होंने दुश्मनों पर हमला करते हुए चार आतंकवादियों को मार गिराया। इस दौरान उन्हें चार गोलियां लगीं, लेकिन उन्होंने अपने साथियों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने से मना कर दिया और दुश्मनों से लडने के लिए डटे रहे।
उनकी इस बहादुरी के लिए भारत सरकार ने 26 जनवरी 2008 को उन्हें शांतिकाल के लिए अशोक चक्र से सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में सुनील कोटनाला के अलावा मोहन सिंह गढ़िया, देवचंद्र, महिपाल सिंह पुंडीर, कुशाल सिंह गढ़िया, शांति बोहरा, चंदन बिष्ट, भुवनचंद्र बिष्ट सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
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कार्यक्रम के अंत में हवलदार बोहरा के बलिदान को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की गई और उनके साहस को प्रेरणास्रोत बताया गया। इस तरह के आयोजनों से युवाओं में देशभक्ति और साहस का भाव जागृत होता है।