News By:Pulse24 News Desk
सहारनपुर,उत्तरप्रदेश- कुड़ के निकटवर्ती गांव अघ्याना में हरिजन समाज के लोग दशकों से अपने पशुओं का मल सड़क किनारे डालते आ रहे हैं। यह प्रथा अब विवाद का रूप ले चुकी है, जिससे गांव में तनाव उत्पन्न हो गया है।
विवाद की शुरुआत
महलों में रहने वाले सोमदत्त त्यागी ने हाल ही में अपनी प्रतिष्ठा को खंडित होने की शिकायत प्रशासन से की। उन्होंने सम्पूर्ण समाधान दिवस में तहरीर दी, जिसमें उन्होंने इस परंपरा को समाप्त करने की मांग की।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
त्यागी की शिकायत के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और गंदगी को हटाने का प्रयास किया, लेकिन सफाई नहीं हो पाई। इस बात का स्पष्ट कारण अभी तक ज्ञात नहीं हो पाया है।
हरिजन समाज का पक्ष
हरिजन समाज का कहना है कि वे पीढ़ियों से इस प्रथा का पालन करते आ रहे हैं। उनका तर्क है कि अगर उन्हें कोई वैकल्पिक स्थान नहीं दिया गया, तो वे अपनी परंपरा को जारी रखेंगे।
स्थिति का ताना-बाना
गांव में यह मामला “मल और महलों की शान” का हो गया है। एक ओर त्यागी परिवार को अपनी प्रतिष्ठा की चिंता है, तो दूसरी ओर हरिजन समाज अपने हक और परंपरा को लेकर अड़ा हुआ है।
यह भी पढ़े-जैन इंटरनेशनल स्कूल में कराया गया हवन पूजन का कार्यक्रम
भविष्य की संभावनाएँ
इस विवाद का समाधान कैसे होगा, यह देखना दिलचस्प होगा। क्या महलों की शान बनी रहेगी या फिर पशुओं का मल विवाद का नया मोड़ लेगा? क्या प्रशासन इस मुद्दे का स्थायी समाधान कर पाएगा, या यह विवाद अगले 70 सालों तक चलता रहेगा?