News By:Pulse24 News Desk
महाराष्ट्र- 4 अक्टूबर को बुलढाणा के रहने वाले शेख हारून ने अपनी दो मासुम बेटियों, आलिया परवीन (9 साल) और सदफ (7 साल), के लापता होने की शिकायत स्थानीय पुलिस थानों हिवरखेड और खामगांव में दर्ज कराई। उनके लापता होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और हारून से संदिग्ध स्थिति में पूछताछ की।
हत्या का खुलासा
पुलिस की पूछताछ के दौरान हारून ने स्वीकार किया कि उसने अपनी दोनों बेटियों को बालापुर में राष्ट्रीय महामार्ग 53 के पुल के नीचे भिकुंड नदी में हत्या कर फेंक दिया। इसके बाद वह मौके से फरार हो गया। इस खुलासे के बाद पुलिस ने आरोपी के निर्देशों के आधार पर नदी में खोजबीन शुरू की।
लाशों की बरामदगी
4 अक्टूबर की रात लगभग 1:00 बजे, अकोला के पिंजर के आपातकालीन बचाव दल के दीपक सदाफले और उनकी टीम ने भिकुंड नदी में दोनों बेटियों की लाशें खोजने में सफलता प्राप्त की। लाशों का पंचनामा किया गया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले की गहरी जांच शुरू कर दी है और आरोपी पिता को हिरासत में ले लिया गया। उन्होंने आरोप लगाया है कि हारून ने बेरहमी से अपनी बेटियों की हत्या की।
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सामाजिक प्रतिक्रिया
इस घटना ने न केवल बुलढाणा और अकोला को, बल्कि पूरे देश को हिला कर रख दिया है। समाज में इस प्रकार की हिंसा और बच्चों के खिलाफ अपराधों के प्रति गहरा आक्रोश देखने को मिला है। मासूम बेटियों की हत्या ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिरकार ऐसी घटनाओं का कारण क्या है और कैसे इस पर रोक लगाई जा सकती है।