NewsBy-Pulse24 News Desk
टीकमगढ़, मध्य प्रदेश- ओबीसी महासभा ने नगर पलेरा में पदयात्रा का आयोजन किया जिसमें ओबीसी महासभा ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा। पदयात्रा दौरान महासभा ने भाजपा और कांग्रेस की नीतियों का विरोध करते हुए किसानों की गंभीर समस्याओं पर प्रकाश डाला।
महासभा ने कहा कि बुंदेलखंड क्षेत्र के किसानों की हालत महंगाई और भ्रष्टाचार के चलते दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है। उन्होंने बताया कि रिकॉर्ड सुधार जैसे कार्यों के लिए सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत देनी पड़ती है और तहसील और पुलिस थानों के चक्कर लगाने पड़ते हैं।
ज्ञापन में शामिल छह प्रमुख मांगें इस प्रकार थीं:
- किसानों के बिजली बिल माफ किए जाएं और अस्थाई कनेक्शन हाफ किए जाएं।
- डीएपी और यूरिया खाद समय पर उपलब्ध हो और MRP से अधिक दाम पर बेचने वालों पर कार्रवाई की जाए।
- MSP कानून लागू किया जाए और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू की जाएं ताकि किसान अपनी फसलों की कीमत खुद तय कर सकें।
- पलेरा तहसील और जतारा अनुभिभागीय कार्यालय में वर्षों से लंबित मामलों का शीघ्र निपटारा किया जाए और भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जाए।
- कृषक कल्याण योजना के अंतर्गत RBC (6)4 की फाइलों का तुरंत निपटारा किया जाए।
- पलेरा मंडी में किसानों से अवैध वसूली रोकी जाए।
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ओबीसी महासभा ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने इन मांगों के लिए सही कदम नहीं उठाया, तो जिले में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। ज्ञापन प्रदर्शन में कई स्थानीय किसान और नेता मौजूद रहे, जिनमें सीबी कुशवाहा, कौशल प्रजापति, सीताराम लोधी, नीलेश यादव, उत्तम नापित, और भगवानदास कुशवाहा शामिल थे।