NewsBy-Pulse24 News Desk
श्रीनगर,जम्मू-कश्मीर – नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। यह 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण के बाद केंद्र शासित प्रदेश में पहली निर्वाचित सरकार है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अब्दुल्ला को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। उमर अब्दुल्ला इस पद पर दूसरे कार्यकाल के लिए काबिज हुए हैं और वह अपने दादा शेख अब्दुल्ला और पिता फारूक अब्दुल्ला के बाद अब्दुल्ला परिवार की तीसरी पीढ़ी हैं।
इस शपथ ग्रहण समारोह में पांच मंत्रियों ने भी पद की शपथ ली: सकीना मसूद (इटू), जावेद डार, जावेद राणा, सुरिंदर चौधरी और सतीश शर्मा। जहां इटू और डार कश्मीर घाटी से हैं, वहीं राणा, चौधरी और शर्मा जम्मू क्षेत्र से संबंधित हैं।
कांग्रेस ने स्पष्ट किया है कि वह फिलहाल मंत्रिपरिषद में शामिल नहीं होगी। जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जेकेपीसीसी) के प्रमुख तारिक हमीद कर्रा ने बताया कि कांग्रेस राज्य का दर्जा बहाल नहीं होने से नाखुश है, इसलिए वे मंत्रिपरिषद में शामिल नहीं हो रहे हैं।
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इस कार्यक्रम में भारत ब्लॉक के कई नेताओं ने भी हिस्सा लिया। शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) में इकट्ठा होने वालों में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और मल्लिकार्जुन खड़गे, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, वामपंथी नेता प्रकाश करात और डी राजा, डीएमके की कनिमोझी और एनसीपी की सुप्रिया सुले शामिल थीं। इसके अलावा, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती भी इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में मौजूद रहीं।