गुजरात के युवाओं को नशे की लत लगाकर बर्बादी के गर्त में धकेलने के नशे के काले कारोबार की पूरी फैक्ट्री राजधानी गांधीनगर और अमरेली से पकड़ी गई है। गुजरात एटीएस और एनसीबी के संयुक्त ऑपरेशन के दौरान राजस्थान और गुजरात में 3 दवा बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी गई है और 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इस फैक्ट्री से कच्चे माल के रूप में 500 ग्राम एमडी और तरल रूप में 17 लीटर एमडी जब्त किया गया है.
गुजरात से एक बार फिर दवा बनाने की फैक्ट्री पकड़ी गई है. दो महीने पहले गुजरात एटीएस को सूचना मिली थी कि अहमदाबाद में दो व्यक्ति ड्रग्स बनाने के लिए तरल पदार्थ और कच्चा माल मंगवा रहे हैं और उन्हें अलग-अलग फैक्ट्रियों में सप्लाई कर रहे हैं. जिसके आधार पर एटीएस टीम द्वारा जांच शुरू की गई. जांच के बाद राजस्थान और गुजरात में चल रही दवा फैक्ट्रियों का खुलासा हुआ है.
गुजरात एटीएस को मिले इनपुट के आधार पर अहमदाबाद के थलतेज इलाके के रहने वाले मनोहरलाल ऐनानी और गांधीनगर के रहने वाले कुलदीप सिंह राजपुरोहित को गिरफ्तार किया गया है. दोनों से पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं.
मनोहरलाल और कुलदीप सिंह राजपुरोहित के साथ मिलकर गुजरात और राजस्थान की कुछ फैक्ट्रियों में अवैध रूप से दवाओं का निर्माण और बिक्री कर रहे थे। एटीएस की आगे की जांच में पता चला कि मनोहरलाल और कुलदीप वर्तमान में गुजरात के गांधीनगर, अमरेली और राजस्थान के भीनमाल और ओसिया जोधपुर में ड्रग्स बेच रहे थे। जिसके बाद दोनों एजेंसियों ने संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया.