NewsBy-Pulse24 News Desk
जिला समाचार: समाजसेवी और उद्यमी गुणवंत देवपारे ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस ने उन्हें दर्यापुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवारी देने से वंचित किया है। यह क्षेत्र अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है और देवपारे ने इस क्षेत्र से सांसद बलवंत वानखड़े के प्रभाव को जिम्मेदार ठहराया है।
2014 और 2019 में दावेदारी
गुणवंत देवपारे ने प्रेसवार्ता में कहा कि उन्होंने कांग्रेस, उबाठा शिवसेना और राकांपा शरद पवार के गठबंधन से उम्मीदवारी मांगी थी। उन्होंने बताया कि जिले में अनुसूचित जाति के 4 लाख मतदाता हैं और वे इस क्षेत्र से उम्मीदवारी की अपेक्षा कर रहे थे।
सांसद बलवंत वानखड़े पर आरोप
देवपारे ने कहा, “मैंने विधायक यशोमति ठाकुर से चर्चा के बाद उनके साथ सहयोग किया, लेकिन सांसद बलवंत वानखड़े ने ऐसा दांव खेला कि मैं इस बार वंचित रहूंगा।” उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान सांसद 4 लाख एससी मतदाताओं को अपनी जागीर समझ रहे हैं और उन्हें भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं।
तिवसा में खतरे की आशंका
गुणवंत ने यह भी बताया कि यदि उन्हें दर्यापुर से उम्मीदवारी दी गई तो तिवसा में खतरा उत्पन्न हो सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने संविधान की रक्षा के लिए लोकसभा चुनाव में मौजूदा सांसद का साथ दिया, लेकिन अब स्थिति बदल गई है।
इस प्रकार, गुणवंत देवपारे ने बंडखोरी का निर्णय लेते हुए अपनी राजनीतिक भविष्यवाणी के बारे में जानकारी दी है, जो आगामी चुनावों में चर्चा का विषय बन सकता है।