NewsBy-Pulse24 News Desk
हरिद्वार: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार बाईपास रोड स्थित कारगी ग्राण्ट में सतर्कता अधिष्ठान निदेशालय द्वारा आयोजित ‘सत्यनिष्ठा की संस्कृति से राष्ट्र की समृद्धि’ पर सतर्कता जागरूकता सप्ताह एवं प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ किया।
कार्यप्रणाली में सुधार के लिए नई टीम का गठन
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि सतर्कता विभाग की कार्यप्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए सर्विलांस, तकनीकी और वित्तीय विशेषज्ञों की एक टीम गठित की जाएगी। उन्होंने इस अवसर पर सतर्कता अधिष्ठान में सराहनीय कार्य करने वाले कार्मिकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती का स्मरण
मुख्यमंत्री ने सरदार वल्लभ भाई पटेल का स्मरण करते हुए कहा कि उनकी जयंती पर प्रतिवर्ष लोक प्रशासन को पारदर्शी और उत्तरदायी बनाने के लिए “सतर्कता जागरूकता सप्ताह” का आयोजन किया जाता है। उन्होंने सभी से अपेक्षा की कि इस सप्ताह के उद्देश्य की पूर्ति के लिए पारदर्शिता के साथ कार्य किया जाएगा।
ई-गवर्नेंस और भ्रष्टाचार विरोधी नीतियों पर जोर
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को सिद्धि तक पहुंचाने की दिशा में तेजी से हो रहे कार्यों का उल्लेख किया। उन्होंने ई-गवर्नेंस की पहल के माध्यम से सरकारी प्रक्रियाओं में पारदर्शिता बढ़ाने, नोटबंदी, जीएसटी, और डीबीटी प्रणाली के जरिए भ्रष्टाचार को समाप्त करने की दिशा में कार्य किए जाने की बात की।
सतर्कता विभाग की उपलब्धियां
सतर्कता निदेशक श्री वी. मुरूगेशन ने जानकारी दी कि 2022 में टोल-फ्री नंबर 1064 जारी होने के बाद 7800 शिकायतें दर्ज की गई हैं। पिछले तीन वर्षों में 66 ट्रैप किए गए और 75 लोगों पर कार्रवाई की गई।
उपस्थित अधिकारी
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन, सचिव गृह श्री शैलेश बगोली, अपर पुलिस महानिदेशक श्री अमित सिन्हा, और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।