NewsBy-Pulse24 News Desk
पंजाब- पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए किसान सरदार चमकौर सिंह मीरपुर ने अपने खेतों में आग न लगाने के अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि 2009 से लेकर अब तक उन्होंने कभी भी अपने खेतों में आग नहीं लगाई है। इसके बजाय, वे पराली को गांठों में बांधकर उठाते हैं, ताकि वातावरण साफ रहे। उन्होंने सभी किसान भाइयों से अपील की कि वे आग न लगाएं, क्योंकि यह उनके आने वाले भविष्य और बच्चों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
सरदार चमकौर सिंह ने कहा कि अगर किसान मिलकर पराली जलाने से बचें, तो यह न केवल पर्यावरण की दृष्टि से बेहतर होगा, बल्कि इससे उनके खेतों की गुणवत्ता भी बनी रहेगी। उन्होंने यह भी बताया कि सही प्रबंधन के माध्यम से पराली का उपयोग खाद बनाने या अन्य उपयोगी उत्पादों में किया जा सकता है।
इसके अलावा, पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए सरदार मेजर सिंह, थाना खेड़ी नोध सिंह के एसएचओ, ने भी किसानों से अपील की। उन्होंने कहा कि पराली की गांठें बनाकर उन्हें उचित तरीके से निपटाना चाहिए, जैसे कि इसका उपयोग गत्ता और लिफाफे बनाने में किया जा सकता है।
सरदार मेजर सिंह ने किसानों को समझाया कि पराली जलाने से न केवल वायु प्रदूषण बढ़ता है, बल्कि इससे उनके स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वे जागरूकता फैलाएं और अपनी अगली पीढ़ी के लिए एक साफ-सुथरा वातावरण सुनिश्चित करें।
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दोनों ने मिलकर इस बात पर जोर दिया कि किसानों को अपनी परंपरागत आदतों को बदलना होगा और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार बनना होगा। उनका संदेश था कि छोटे-छोटे कदम उठाकर हम सभी एक स्वस्थ और स्वच्छ वातावरण बना सकते हैं।