NewsBy-Pulse24 News Desk
झारखंड- गिरिडीह में लोक आस्था और सूर्य उपासना के महापर्व छठ पूजा को लेकर चार दिवसीय आयोजन बड़े धूमधाम से संपन्न हुआ। उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दे कर व्रतियों ने छठ माई और भगवान भास्कर के प्रति अपनी श्रद्धा और आस्था का प्रदर्शन किया।
गिरिडीह के सिरसिया स्थित उसरी नदी घाट पर हजारों श्रद्धालुओं ने एकत्र होकर इस पवित्र अवसर पर अर्घ्य अर्पित किया। छठ व्रति गेहूं और अरवा चावल के चूर्ण से बने ठेकुआ, गन्ना, मूली, शरीफा और अन्य प्रकार के फल सूप में सजाकर अर्ध्य अर्पित करने के बाद पूजा की प्रक्रिया पूरी की।
पूरे घाट क्षेत्र में पूजा समितियों द्वारा छठ पूजा की तैयारी में खास ध्यान दिया गया। साफ-सफाई के साथ-साथ घाट की सुंदर विद्युत साज सज्जा भी आकर्षण का केंद्र रही, जिससे छठ पूजा का माहौल और भी आनन्दमय हो गया। घाट पर श्रद्धालुओं के जत्थे में महिलाएं, पुरुष और बच्चे हर उम्र के लोग शामिल हुए और पूरी श्रद्धा से पूजा में भाग लिया।
व्रतियों और श्रद्धालुओं का कहना था कि छठ पूजा सबसे पवित्र और दिव्य पर्व है। यहां हर श्रद्धालु अपने मन में कोई न कोई विशेष मनोकामना लेकर आता है और विश्वास करता है कि इस पर्व के माध्यम से उनकी सभी इच्छाएं पूरी होती हैं।
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इस अवसर पर स्थानीय पूजा समितियों और संगठन के सदस्य भी सक्रिय रूप से कार्य कर रहे थे, ताकि इस आयोजन की सफलता सुनिश्चित हो सके। पूजा समितियों ने छठ पूजा को लेकर विशेष रूप से घाट के आसपास सफाई रखी और घाट क्षेत्र को आकर्षक विद्युत साज सज्जा से सजाया गया, जिससे पूरे माहौल में उल्लास और धार्मिकता का अहसास हुआ।
छठ पूजा का यह पर्व गिरिडीह में न सिर्फ एक धार्मिक आयोजन के रूप में मनाया गया, बल्कि यह क्षेत्रीय एकता और सामाजिक सौहार्द का प्रतीक भी बना।