NewsBy-Pulse24 News Desk
ओडिशा,सम्बलपुर जिल्ला रेंगाली मे बिहारी समाज तथा सभी वर्गों के श्रद्धालुओं द्वारा धूमधाम से मनाया गया छठ पूजा का त्योहार।जहाँ हज़ारों के संख्या में श्रद्धालु छठ घाट पर डूबते हुए सूरज को अर्घ्य देकर उगते हुये सूरज को अर्घ्य दिया।चार दिवसीय छठ पर्व की शुरुआत 5 नवंबर नहाय खाय से सुरु 8 नवंबर को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के बाद छठ पूजा संपन्न की गई।
उगते हुए सूर्य को तो अन्य दिनों में भी अर्घ्य दिया जाता है लेकिन छठ एकमात्र ऐसा पर्व है जिसमें डूबते हुए सूर्य को भी अर्घ्य देने की परंपरा है।येसी मान्यता है जिसके अनुसार सूर्य जब अस्त होते हैं तो वह अपनी दूसरी पत्नी प्रत्यूषा के साथ रहते हैं जिन्हें अर्घ्य देने से मनोवांछित फल मिलता है।छठ पूजा जिसे सूर्य षष्ठी भी कहा जाता है, कार्तिक शुक्ल की षष्ठी तिथि या दिपावली के छह दिन बाद छठ पूजा मनाई जाती है।
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छठ पूजा के दौरान महिलाएं 36 घंटे का कड़ी व्रत रखती हैं और अपने बच्चों के स्वास्थ्य खुशी और लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं।इस दौरान छठ घाटों पर कई राजनेता भी छठमाई का आशिर्वाद लेने पहुंचे जिसमें अदानी के प्रोजेक्ट head प्रसन्न पंडा,NLC के प्रोजेक्ट हेड चेरूकी दयानन्द और रघुनाथ बेहरा,रेंगाली ब्लाक चेयरमैन सत्य नारायण अग्रवाल,BJD secretary महेंद्र ओराम,BJP Ex MLA नाउरि नायक,देव तिवारी तथा चुलश्री ओराम मुख्य रूप मे उपस्थित रहे और हर संभव छठ पूजा के लिए जल्द ही एक नयी रूप रेखा के साथ घाट बनाने का आश्वासन दिया। बिहारी समाज के और से president मनीष सिंह संग सभी कार्यकर्ता ने सभी राज नेताओं का स्वागत करते हुए उनको धन्यवाद अर्पण किया।