देशभर की राजनीतिक पार्टियाँ आगामी चुनावों की तैयारियों को तेज कर रही हैं। चुनावी रणनीतियों, उम्मीदवार चयन, और जनसंपर्क कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। विश्लेषकों का मानना है कि मतदाता का ध्यान रोजगार, महंगाई और विकास के मुद्दों पर बना रहेगा।

