News By:Pulse24 News Desk
अलीगढ: अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एमयू) के पीएचडी छात्र नेता जैद शेरवानी को पुलिस ने देर रात गिरफ्तार कर लिया। उनकी गिरफ्तारी के बाद छात्रों ने सेनेटरी गेट बंद कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिससे विश्वविद्यालय परिसर में तनाव पैदा हो गया।
प्रदर्शन का कारण:
छात्रों का आरोप है कि जैद शेरवानी की गिरफ्तारी राजनीतिक कारणों से की गई है। उनके समर्थन में अन्य छात्रों ने सेनेटरी गेट को बंद कर दिया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। इस घटना से विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों में आक्रोश फैल गया।
प्रशासनिक हस्तक्षेप:
प्रदर्शन की सूचना मिलने पर एमयू के अधिकारियों ने तुरंत हस्तक्षेप किया। उन्होंने छात्रों से बातचीत की और उन्हें समझाया कि पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई कानूनी प्रक्रिया के तहत है। अधिकारियों ने छात्रों को आश्वासन दिया कि उनकी चिंताओं को गंभीरता से लिया जाएगा और उन्होंने सेनेटरी गेट को खुलवाने का प्रयास किया।
जैद शेरवानी के खिलाफ आरोप:
जैद शेरवानी पर विभिन्न अपराधों के मामले चल रहे हैं, जिसके चलते उनके खिलाफ कोर्ट द्वारा वारंट जारी किया गया था। पुलिस का कहना है कि उन्होंने कानून के मुताबिक कार्यवाही की है, और छात्र नेता की गिरफ्तारी किसी भी प्रकार की राजनीतिक साजिश का हिस्सा नहीं है।
छात्रों की प्रतिक्रिया:
छात्रों ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय प्रशासन को उनके अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए और इस तरह की गिरफ्तारी पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी मांग की कि प्रशासन उनके खिलाफ की गई कार्रवाई का स्पष्ट स्पष्टीकरण दे।
यह घटना विश्वविद्यालय में सुरक्षा और छात्रों के अधिकारों के मुद्दे को फिर से उजागर करती है, और ऐसे मामलों में प्रशासन और पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाती है। विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने छात्रों को विश्वास दिलाया कि उनकी समस्याओं का समाधान निकाला जाएगा और सभी प्रक्रियाएं पारदर्शी तरीके से की जाएंगी।