NEWS BY: Pulse24 News
हजारीबाग , झारखण्ड – विनोबा भावे विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग के अध्यक्ष डॉ एस जेड हक कोलकाता मे आयोजित गैर-मुस्लिम उर्दू विद्वानों के राष्ट्रीय संगोष्ठी की अध्यक्षता कर लौटे। बुधवार को आयोजित संगोष्ठी का आयोजन कोलकाता के हाजी मोहम्मद मोहसिन हाल में द मुस्लिम इंस्टिट्यूट के द्वारा किया गया था। डॉ हक ने इस संगोष्ठी के विद्वत सत्र की अध्यक्षता की। इस सत्र में उर्दू के ख्याति प्राप्त गैर-मुस्लिम विद्वानों मे मुख्य रूप से लखनऊ विश्वविद्यालय लखनऊ के अमित कुमार, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के कुलदीप राज आनंद, एमएएनएनयू हैदराबाद, तेलंगाना के सथूपति झांसी तथा तरंग मौर्य, दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली के उमा वसीता, मगध विश्वविद्यालय, बिहार के चंद्रभूषण तथा जेपी रोहिलखंड विश्वविद्यालय, बरेली के अनूप सिंह ने अपने-अपने पत्र प्रस्तुत किया। उक्त कार्यक्रम में स्वागत संबोधन राज्यसभा के सांसद तथा द मुस्लिम इंस्टिट्यूट के अध्यक्ष मोहम्मद नदीम उल हक ने किया।
कार्यक्रम का संचालन द मुस्लिम इंस्टिट्यूट के साहित्यिक सचिव डॉ जावेद अख्तर ने किया। नाटक एवं संगीत सचिव साजिद परवेज ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। हजारीबाग लौट कर डॉ हक ने बताया कि यह एक बहुत ही सुखद अनुभव रहा। यह अनूठी संगोष्ठी मे इस बात को स्थापित किया की भाषा को किसी धर्म तक सीमित नहीं समझना चाहिए। विनोबा भावे विश्वविद्यालय के पदाधिकारी, शिक्षक एवं विद्यार्थियों ने ऐसे संगोष्ठी की अध्यक्षता के लिए डॉ हक के चुने जाने पर उन्हें साधुवाद हुआ दिया।