NEWS BY: Pulse24 News
राजुला, अमरेली जिला में मकर संक्रांति और उत्तरायण पर्व के दौरान पतंगबाजी का खास महत्व होता है, जिसमें चाइनीज डोर का उपयोग बढ़ जाता है। हालांकि, यह रस्सियाँ पक्षियों के लिए खतरनाक साबित होती हैं। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए, राजुला के नेचर क्लब द्वारा चाइनीज डोर का बहिष्कार और पक्षियों को बचाने के लिए एक अभियान चलाया गया।
चाइनीज डोर का नष्टकरण और जागरूकता अभियान
नेचर क्लब के अध्यक्ष विपुलभाई लहेरी और पूर्व अध्यक्ष चिरागभाई बी जोशी के नेतृत्व में यह अभियान चलाया गया, जिसमें 20 किलो से अधिक चाइनीज डोर को नष्ट किया गया। चिरागभाई बी जोशी, जो स्वयं पक्षी प्रेमी थे, ने कहा, “चाइनीज डोर का बहिष्कार करें और पक्षियों को बचाने के लिए हम सभी को एकजुट होना चाहिए।”
अभियान में बच्चों को भी जोड़ा गया, जिससे उन्हें भी पर्यावरण और पक्षी संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक किया गया। इस अभियान में नेचर क्लब के अन्य सदस्य जैसे यशवी लहेरी, शैलजा व्यास, जयवीर हर्ष वाला और स्वर रूपारेल भी शामिल थे।
विपुलभाई लहेरी की अपील
विपुलभाई लहेरी ने स्थानीय समुदाय से अपील की कि वे चाइनीज डोर का उपयोग न करें और इसके बजाय अन्य सुरक्षित विकल्पों को अपनाएं। उन्होंने कहा, “हमारे शहर के हर नागरिक को इस अभियान में शामिल होना चाहिए, ताकि हम पर्यावरण और पक्षियों को बचा सकें।”
समुदाय की भागीदारी
राजुला के नेचर क्लब द्वारा इस अभियान में बच्चों को शामिल किया गया था, जिससे यह सुनिश्चित किया गया कि आने वाली पीढ़ी भी इस जागरूकता को फैलाए और पर्यावरण का संरक्षण करें। इस अभियान ने न केवल चाइनीज डोर के खिलाफ जन जागरूकता बढ़ाई, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया कि राजुला शहर में पक्षियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए।