NewsBy-Pulse24 News Desk
उड़ीसा – देश के साथ साथ विदेशों में भी बसे भारतीय द्वारा प्रत्येक विशेष त्योहार को बड़े घूम धाम और हर्षोउल्लास से मनाया जाता है। इस का मुख्य उद्देश्य हमारी परंपरा, कला, संस्कृति को सदा सर्वदा बरकरार रखना है।बर्लिन में रहने वाले भारतीय समुदाय द्वारा मनाई जाने वाली यह पूजा, देवी दुर्गा की आराधना के साथ-साथ भारतीय संस्कृति का प्रतीक भी है। इस साल, यह पूजा IGNITE EV द्वारा चौथी बार आयोजित की गई है।
इस पूजा में सभी रीति-रिवाजों का पालन किया गया, जिससे यह अनुभव होता है कि हम देश से दूर हैं, लेकिन देवी दुर्गा की भक्ति और समारोह का माहौल हमारे दिलों में गहराई से बसा हुआ है। पूजा में लगभग 4000 भक्तों के लिए प्रसाद की व्यवस्था की गई थी, जिसमें विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन शामिल थे।
देश की मिटी से इतनी दूर होने के बावजूद भी मां दुर्गा की इस पूजा को देख कर ऐसा लगता है मानो यह हमारे देश में ही आयोजित पूजा हो ।
दुर्गा पूजा के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए, जिसमें स्थानीय कलाकारों ने संगीत और नृत्य प्रस्तुत किए। इस आयोजन ने न केवल भारतीय समुदाय को एकजुट किया, बल्कि बर्लिन की विविधता में भारतीय संस्कृति का रंग भी भरा।
इस प्रकार के आयोजन से यह स्पष्ट होता है कि भले ही भारतीय विदेशों में बस गए हों, लेकिन वे अपनी जड़ों को नहीं भूलते। दुर्गा पूजा जैसे उत्सव न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और परंपरा के संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
यह भी पढ़ें- जिला निर्वाचन पदाधिकारी गोड्डा की समीक्षा बैठक , दिए आवश्यक निर्देश
बर्लिन में दुर्गा पूजा एक ऐसा अवसर है जहां भारतीय समुदाय मिलकर अपनी संस्कृति का जश्न मनाता है और नई पीढ़ियों को इसकी महत्ता बताता है। इस साल का उत्सव निश्चित रूप से यादगार रहा, और इसे सफल बनाने के लिए आयोजकों और समुदाय के सभी सदस्यों का योगदान सराहनीय प्रयास रहा।