NewsBy-Pulse24 News Desk
उत्तराखंड- रुड़की के रामपुर चुंगी स्थित एक निजी होटल में भारतीय किसान यूनियन तोमर (भाकियू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव तोमर ने पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने बीते 6 अगस्त को एआरटीओ कार्यालय में हुए शांतिपूर्ण आंदोलन का जिक्र किया, जिसमें संगठन के सदस्यों ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई थी।
संजीत तोमर ने बताया कि धरने के दौरान एआरटीओ विभाग के एक अधिकारी ने संगठन से जुड़ी महिलाओं के प्रति अभद्रता की, जिसके बाद किसानों ने उस अधिकारी के साथ धक्का-मुक्की की। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन मौके पर उपस्थित था, लेकिन अधिकारियों ने किसानों के खिलाफ मामला दर्ज कराया, जिसमें उन्हें लूट और चोर जैसे गंभीर आरोपों का सामना करना पड़ा।
संजीव तोमर ने इसे किसानों के खिलाफ साजिश करार दिया और कहा कि 22 अक्टूबर को एआरटीओ कार्यालय के बाहर किसान हाईवे जाम करेंगे और कार्यालय का घेराव करेंगे। इस प्रदर्शन में उत्तराखंड के अलावा यूपी के मुजफ्फरनगर, बिजनौर, सहारनपुर जैसे जिलों के किसान भी शामिल होंगे।
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उन्होंने मांग की कि फर्जी मुकदमे लिखवाने वाले अधिकारियों को निलंबित किया जाए और उनकी संपत्ति की जांच हो। भाकियू तोमर ने अपनी दृढ़ता व्यक्त करते हुए कहा कि किसानों के अधिकारों के लिए वे अंत तक लड़ेंगे।