राजनांदगांव – संसाधन और सुविधाओं की कमी से जुझने वाले सरकारी अस्पतालों को कमजोर करने में डॉक्टर भी अहम भूमिका निभा रहे हैं। नियम के मुताबिक किसी भी सरकारी डॉक्टर को निजी अस्पताल में प्रैक्टिक करने की मनाही है, लेकिन मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एक डॉक्टर ने न केवल निजी ओपीडी कम अस्पताल खोल दिया है, बल्कि उसके लिए स्वास्थ्य विभाग से अनुमति भी नहीं ली गई है। ऐसे ही अन्य डॉक्टर भी निजी कमाई में जुटे हुए है। मिली जानकारी अनुसार मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एमडी मेडिसिन डॉ. चेतन साहू पिछले कुछ समय से वहां अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इसी बीच डॉ. साहू के वार्ड क्र, 45 के करीब एक निजी क्लीनिक का संचालन भी कर रहे हैं। क्लीनिक में न सिर्फ ओपीडी चलाई जा रही है, बल्कि पांच बिस्तर भी उपलब्ध है। इस मामले में सीएमएचओ डॉ. बंसोड़ से भी शिकायत होने की जानकारी मिली है। बताया जाता है कि शिकायतकर्ता ने उल्लेख किया है कि मेडिकल कॉलेज की बजाए वे अपने निजी अस्पताल में ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। हालांकि अब तक कोई ठोस कार्रवाई डॉक्टर के विरूद्ध नहीं की गई है। इधर राज्य शासन ने यह आदेश दिए हैं कि डॉक्टर अपने घर में ही क्लीनिक का संचालन कर सकते हैं, लेकिन मेडिकल कॉलेज में पदस्थ साहु ने शहर में निजी अस्पताल खोलकर शासन के निर्देशों की भी धज्जियां उड़ा दी है।
रिपोर्ट – राजेश सोनी