News Update :देश में मॉनसून की वजह से कई राज्यों में अच्छी बारिश हुई है, लेकिन कई राज्यों के लिए यह मॉनसून आफत बन गया है
News Update :देश में मॉनसून की वजह से कई राज्यों में अच्छी बारिश हुई है, लेकिन कई राज्यों के लिए यह मॉनसून आफत बन गया है. बारिश से जुड़ी घटनाओं के कारण अब तक यूपी में 52, बिहार में 16, असम में 92 और हिमाचल प्रदेश में 22 लोगों की जान जा चुकी है।
उत्तर प्रदेश और बिहार में आसमान से बिजली गिरने से कई लोगों की जान चली गई है. उत्तराखंड के चमोली में कल भूस्खलन के बाद बद्रीनाथ हाईवे बंद कर दिया गया. जिसके चलते 3000 से ज्यादा यात्री फंस गए. उत्तराखंड के हलद्वानी, बनबसा, सितारगंज, खटीमा और टनकपुर में बारिश से हालात बेहाल हो गए हैं. मलबे के कारण 200 से अधिक सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं।
वहीं, बिहार में गंडक, कोसी, बागमती, कमला समेत कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. गोपालगंज, बेतिया, बगहा में बाढ़ जैसे हालात हो गये हैं. बुधवार को ही बिहार में आकाशीय बिजली गिरने से 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि 6 लोग घायल हो गए.
जहां तक असम का सवाल है, ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों में जल स्तर बढ़ गया है। फिलहाल यह खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. हालाँकि, क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति में सुधार हुआ है। 26 जिलों में बाढ़ प्रभावित लोगों की संख्या 17 लाख तक पहुंच गई है. 7 और मौतों के साथ मृतकों की संख्या 92 हो गई है।
पहाड़ी राज्य हिमाचल में भी लोग बारिश से परेशान हैं. पिछले 2 हफ्ते में 22 लोगों की मौत हो चुकी है. अधिकारियों के मुताबिक राज्य में मानसून 27 जून को पहुंचा था. तब से अब तक बारिश से 172 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है. जानकारी के मुताबिक, अब तक मंडी जिले में 5, शिमला में 4 और कांगड़ा में तीन प्रमुख सड़कें भूस्खलन के कारण बंद हो गई हैं. वहीं, गुजरात में 223 मिमी बारिश हुई है. इस राज्य में कुल वर्षा का 25 प्रतिशत वर्षा होती है।
यूपी में कई नदियां खतरनाक स्तर पर पहुंच गई हैं. सरयू, घाघरा और राप्ती नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. बलरामपुर और लखीमपुर में बाढ़ जनित हादसों में 5 लोगों की मौत हो गई. बाढ़ से लखीमपुर के कई गांव बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. 125 से ज्यादा गांव जलमग्न हो गए हैं. बुधवार को राज्य में बारिश तो नहीं हुई लेकिन आकाशीय बिजली गिरने से 52 लोगों की मौत हो गई.