उत्तराखड़- खटीमा में विश्व हिंदू परिषद की 60वीं स्थापना वर्षगांठ पर भव्य षष्ठी पूर्ति समारोह

उत्तराखड़- खटीमा में विश्व हिंदू परिषद की 60वीं स्थापना वर्षगांठ पर भव्य षष्ठी पूर्ति समारोह

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खटीमा – विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की स्थापना के 60 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में खटीमा के रामलीला मैदान में विहिप की स्थानीय शाखा द्वारा एक भव्य षष्ठी पूर्ति कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस समारोह ने न केवल विहिप के दीर्घकालिक योगदान का उत्सव मनाया, बल्कि हिंदू संस्कृति और सामाजिक जागरूकता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को भी दर्शाया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित करने से हुआ, जो कि हिंदू संस्कृति में एक महत्वपूर्ण और शुभ प्रतीक है। दीप प्रज्वलन के साथ ही समारोह की शुरुआत ने आयोजन को धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व प्रदान किया। दीप जलाकर, अतिथियों ने समर्पण और धार्मिक आस्था का प्रतीक प्रस्तुत किया।

हवन यज्ञ का आयोजन
समारोह का एक प्रमुख आकर्षण हवन यज्ञ था, जिसमें सभी उपस्थित अतिथियों ने आहुति देकर धर्म और संस्कृति की रक्षा की प्रार्थना की। हवन यज्ञ हिंदू धार्मिक परंपराओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो समाज में शांति, समृद्धि और एकता की कामना करता है। इस यज्ञ के माध्यम से, उपस्थित लोगों के बीच धार्मिक ऊर्जा और उत्साह का संचार हुआ, और यह सुनिश्चित किया गया कि धर्म और संस्कृति की रक्षा के प्रति सभी की प्रतिबद्धता बनी रहे।

संत रवि गिरी महाराज का प्रेरणादायक भाषण
समारोह में पूज्य संत रवि गिरी महाराज, जो निरंजनी अखाड़ा के सदस्य हैं, ने अपने विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने हिंदू समाज को जागरूक और एकजुट होने का आह्वान किया। उनके वक्तव्य में समाज की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को सहेजने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। संत रवि गिरी महाराज ने कहा कि वर्तमान समय में समाज को अपनी सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। उनके विचारों ने उपस्थित लोगों को जागरूकता और समर्पण की भावना से भर दिया और समाज के कल्याण के लिए कार्य करने की प्रेरणा दी।

श्रीमती गंगा जोशी का प्रभावशाली भाषण
कार्यक्रम में श्रीमती गंगा जोशी ने महिलाओं पर हो रहे अत्याचार और उनके संघर्षों का वर्णन किया। उन्होंने समाज में महिलाओं के अधिकारों और सम्मान की रक्षा के लिए जागरूकता की आवश्यकता पर बल दिया। श्रीमती जोशी के भाषण ने नारी शक्ति के महत्व को रेखांकित किया और समाज में महिलाओं के प्रति हो रहे दुराचार को समाप्त करने के लिए सभी को मिलकर काम करने की प्रेरणा दी। उनके विचारों ने न केवल महिलाओं की स्थिति को उजागर किया, बल्कि समाज में सुधार की दिशा में एक नई दिशा भी प्रदान की।

समारोह की सराहना और भविष्य की दिशा
यह कार्यक्रम विहिप के 60 वर्षों की यात्रा का उत्सव था, जो हिंदू समाज की एकजुटता, सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा, और सामाजिक सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। इस अवसर पर उपस्थित सभी अतिथियों ने समारोह की सराहना की और इसे समाज के लिए एक प्रेरणादायक आयोजन माना। समारोह ने यह साबित किया कि जब समुदाय एकजुट होता है, तो वह समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकता है। अतिथियों ने इस आयोजन की सफलता पर खुशी व्यक्त की और भविष्य में भी इसी प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करने की इच्छा व्यक्त की। यह आयोजन विहिप की सामाजिक जिम्मेदारियों और धार्मिक प्रतिबद्धताओं को प्रदर्शित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर था, और यह सुनिश्चित करता है कि हिंदू समाज अपनी सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को बनाए रखते हुए समाज के उत्थान के लिए निरंतर प्रयासरत रहेगा।समारोह के समापन पर सभी ने एकजुट होकर समाज की भलाई और सांस्कृतिक समृद्धि की दिशा में काम करने का संकल्प लिया। यह आयोजन न केवल विहिप की 60वीं वर्षगांठ का उत्सव था, बल्कि एक नई शुरुआत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी था।


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