News By:Pulse24 News Desk
गुजरात राज्य में उद्योगों के विकास को प्रोत्साहित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की 2047 तक विकसित भारत बनाने की योजना के तहत केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को बिजली वितरण में सुधार करने की सलाह दी थी। इसे ध्यान में रखते हुए, गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्रभाई पटेल और ऊर्जा मंत्री श्री कनुभाई देसाई ने राज्य में बिजली के वितरण में महत्वपूर्ण सुधार लागू किए हैं।
बिजली सीमा बढ़ाने का ऐतिहासिक निर्णय
गुजरात में पहली बार, एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) इकाइयों के लिए बिजली की सीमा को 100 किलोवाट से बढ़ाकर 150 किलोवाट कर दिया गया है। यह निर्णय विशेष रूप से छोटे और मध्यम उद्योगों के लिए लाभकारी साबित होगा, जो वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
एमएसएमई उद्योगों की आवश्यकता और सुधार
अब तक, एमएसएमई इकाइयों को 100 किलोवाट से अधिक बिजली का उपयोग करने की अनुमति नहीं थी, जिससे उनके उत्पादन और विस्तार की क्षमताओं में बाधा उत्पन्न हो रही थी। अधिक बिजली भार की आवश्यकता के कारण, एमएसएमई उद्योगों को अक्सर एचटी (हाई टेंशन) कनेक्शन प्राप्त करने के लिए वित्तीय बोझ उठाना पड़ता था, जिसमें नया ट्रांसफार्मर स्थापित करने और स्थान आवंटित करने की लागत शामिल थी। इस सुधार के बाद, एमएसएमई उद्योगों को अधिक बिजली भार प्राप्त होगा, जिससे उनकी उत्पादन क्षमता बढ़ेगी और वे वैश्विक वाणिज्यिक स्तर पर तेजी से विकास कर सकेंगे। यह निर्णय उन इकाइयों के लिए विशेष रूप से लाभकारी होगा जो छोटी जमीन या शेड में काम कर रही हैं।
सरकारी बयान और उद्योग संघों का प्रतिक्रिया
सीआईए (चेम्बर ऑफ इंडस्ट्रीज एंड एग्रीकल्चर) के अध्यक्ष श्री सतीश भाई और श्री कमलेश भाई ने इस ऐतिहासिक निर्णय के लिए गुजरात सरकार के वित्त, ऊर्जा, और पेट्रोकेमिकल्स के माननीय कैबिनेट मंत्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि एमएसएमई उद्योगों के लिए बिजली सीमा बढ़ाने का निर्णय एक दूरदर्शी कदम है, जो वर्षों से चल रही मांग को पूरा करता है। उन्हें उम्मीद है कि यह निर्णय एमएसएमई उद्योगों के विकास को और अधिक प्रोत्साहित करेगा और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाएगा। इस कदम के लिए माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्रभाई पटेल और ऊर्जा मंत्री श्री कनुभाई देसाई का आभार व्यक्त किया गया है।
भविष्य की दिशा
इस सुधार के साथ, गुजरात सरकार ने एमएसएमई उद्योगों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जो उनके विकास और विस्तार के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करेगा। इस पहल से उद्योग संघों और एमएसएमई क्षेत्र को भी आशा है कि आने वाले समय में और भी सकारात्मक सुधार और सहयोग मिलेगा, जिससे राज्य की आर्थिक स्थिति और औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।