News By:Pulse24 News Desk
हुबली – मृदा मामले में सीएम सिद्धारमैया के पास कोई विकल्प नहीं है, कोर्ट ने आदेश दिया है कि सीएम को जांच का सामना करना होगा।
पूर्व मंत्री सीसी पाटिल ने हुबली में कहा कि यहां सीएम के पास कोई विकल्प नहीं है।
जब शिकायत राज्यपाल से की गई, तो वह राजनेता ही थे जिन्होंने अदालत से मृदा घोटाले की तत्काल जांच करने को कहा।
बेल रद्द करने की मांग को लेकर एसआईटी की अर्जी को लेकर केंद्रीय मंत्री कुमारस्वामी ने कोर्ट में कब शिकायत दर्ज कराई..?
यह सरकार बीजेपी और जेडीएस के खिलाफ मामला बना रही है।
कांग्रेस प्रदेश भाजपा जेडीएस के खिलाफ नफरत की राजनीति कर रही है, जब से यह सरकार सत्ता में आई है तब से विकास के बारे में कोई विचार नहीं किया गया है।
एक भी भूमिपूजन कार्यक्रम नहीं किया गया , ये पापड़ सरकार है।
उनके पास विकास के लिए पैसा नहीं है, वे कांग्रेस अध्यक्ष बनाएंगे और उन्हें 25,000 का वेतन देंगे, ये सब करने के बजाय सीएम सिद्धारमैया ने इतने सालों तक विधानसभा भंग की है.
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सम्मान बचाने के लिए सीएम सिद्धारमैया को इस्तीफा दे देना चाहिए
वे जिद्दी थे और डिवीजन बेंच में उनके खिलाफ फैसला सुनाया गया
इन्हीं सिद्धारमैया ने इससे पहले जब येदियुरप्पा सीएम थे तो उनके खिलाफ बोलते हुए कहा था कि लोकायुक्त निष्पक्ष जांच नहीं कर सकता।
सिद्धारमैया ने कहा कि श्री येदियुरप्पा को इस्तीफा दे देना चाहिए
अब हम आपसे सम्मानपूर्वक इस्तीफा देने के लिए कह रहे हैं।’